Tehran Preparation: इजराइल द्वारा ईरान पर हाल ही में किए गए हमले के बाद, अब सभी की निगाहें ईरान के संभावित पलटवार पर टिकी हैं. ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई की प्रतिक्रियाओं से यह साफ है कि तेहरान आक्रामकता का जवाब देने के लिए तैयार है. इजराइल ने 1 अक्टूबर को ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला किया था, जिसके बाद से यह संकट और भी गहरा गया है.
इजराइल ने ईरान की सीमा में घुसकर अपने सबसे बड़े ऑपरेशन 'डेज ऑफ रेकनिंग' का आगाज़ किया. इस ऑपरेशन के तहत इजराइली वायुसेना ने करीब 200 मिसाइलों से ईरान के कई शहरों पर प्रहार किया. इस हमले में ईरान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर) के ठिकाने शामिल थे. हालांकि, ईरानी डिफेंस सिस्टम ने कई हमलों को नाकाम भी किया, लेकिन ईरान ने नुकसान की पुष्टि की है.
पलटवार की आसन्न संभावना
इस हमले के बाद ईरान की उच्चतम स्तर की बैठकें हो रही हैं. राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने कहा है कि ईरान को अपनी रक्षा का पूरा अधिकार है. इससे यह संकेत मिलता है कि ईरान किसी भी समय इजराइल पर पलटवार कर सकता है. इस बीच, कैस्पियन सागर के करीब ईरानी वायु सेना ने जंगी ड्रिल भी शुरू कर दी है, जिसमें ईरानी फाइटर जेट्स ने बोइंग 707 से रिफ्यूलिंग का अभ्यास किया.
इजराइल की चेतावनी और अपनी तैयारी
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खामेनेई को स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर ईरान ने फिर से कोई हमले की कोशिश की तो परिणाम गंभीर होंगे. इस बार इजराइल ने करीब 100 फाइटर जेट्स के साथ 90 मिनट तक लगातार हमले किए. इसमें ईरान के मिसाइल प्लांट और ड्रोन फैक्ट्री को भी निशाना बनाया गया.
भविष्य की स्थिति और संभावनाएं
ईरान की ओर से संभावित पलटवार को देखते हुए, इजराइल ने भी अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले हमले में ईरान के सैन्य संपत्तियों, मिसाइल प्लांट और डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया जाएगा. यह स्थिति किसी भी समय एक बड़े संघर्ष में बदल सकती है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है.
इस पूरे घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ईरान और इजराइल के बीच का संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है. दोनों देशों के बीच चल रहे इस तनाव ने न केवल क्षेत्रीय स्थिरता को चुनौती दी है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. अब देखना यह है कि ईरान किस तरह के कदम उठाता है और क्या यह स्थिति और भी बिगड़ जाएगी. First Updated : Saturday, 26 October 2024