थाईलैंड में 33 मंजिला इमारत के गिरने में भी आया चीन का नाम, वजह जान हो जाएंगे हैरान!
बैंकॉक में आए भूकंप ने एक 33 मंजिला निर्माणाधीन इमारत को पूरी तरह से जमींदोज कर दिया जिससे 17 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों मजदूर अभी भी लापता हैं. इस इमारत को बनाने वाली चीनी कंपनी पर सवाल उठ रहे हैं. क्या घटिया निर्माण सामग्री ने इस हादसे को जन्म दिया? जानिए पूरी सच्चाई जो जांच के बाद सामने आ सकती है!

Thailand Earthquake: म्यांमार में आए विनाशकारी 7.7 तीव्रता के भूकंप ने थाईलैंड में भी भारी तबाही मचाई. बैंकॉक की एक निर्माणाधीन 33 मंजिला इमारत पलभर में ढह गई, जिससे भारी धूल और मलबे का गुबार उठ गया.
इस हादसे में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, 32 लोग घायल हुए हैं और 83 मजदूर लापता हैं. रेस्क्यू टीमें मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटी हैं और कम से कम 15 लोगों के जिंदा होने की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि यह इमारत कैसे ढह गई और क्या इस हादसे के पीछे एक चीनी कंपनी की लापरवाही थी?
चीनी कंपनी पर उठे सवाल: क्या था इमारत का कमजोर बुनियादी ढांचा?
यह इमारत बैंकॉक की गगनचुंबी इमारतों में एकमात्र ऐसी थी, जो भूकंप में पूरी तरह ढह गई. हादसे के बाद, इमारत बनाने वाली कंपनी पर सवाल उठ रहे हैं. खास बात यह है कि इस इमारत को बनाने वाली कंपनी एक चीनी कंपनी है, जिसे 'China Railway Number 10 (Thailand) Ltd' कहा जाता है. यह कंपनी चीन की सरकारी कंपनी 'China Railway Number 10 Engineering Group' की सहायक कंपनी है. इस प्रोजेक्ट में चीनी कंपनी की 49% हिस्सेदारी है.
इमारत का निर्माण थाईलैंड की कंपनी 'Italian-Thai Development Plc (ITD)' और चीन की इस कंपनी द्वारा मिलकर किया जा रहा था. इमारत की लागत करीब 45 मिलियन पाउंड (2 अरब बाथ) थी. अब इस घटना के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस इमारत की डिजाइन और निर्माण में कोई गड़बड़ी थी? क्या चीनी कंपनी ने घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया था?
चीनी कंपनी के वित्तीय हालात: क्या कमजोर वित्तीय स्थिति थी वजह?
'China Railway Number 10 (Thailand) Ltd' कंपनी की स्थापना 2018 में हुई थी, और यह बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं जैसे रेलवे, ऑफिस बिल्डिंग और सार्वजनिक सड़कों पर काम करती है. लेकिन हाल ही में सामने आई वित्तीय रिपोर्ट से पता चला है कि कंपनी भारी घाटे में चल रही थी. 2023 में कंपनी को 199.66 मिलियन बाथ का नुकसान हुआ था, जबकि उसकी आय सिर्फ 206.25 मिलियन बाथ थी. इस घाटे और वित्तीय संकट के कारण इस कंपनी की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं.
जांच के आदेश: क्या घटिया निर्माण से हुई यह आपदा?
थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री अनुटिन चार्नवीराकुल ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की एक समिति इस हादसे की गहराई से जांच करेगी और 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. अब यह सवाल उठता है कि क्या इमारत के निर्माण में कोई गड़बड़ी थी और क्या भूकंप से पहले ही इसकी संरचना कमजोर हो चुकी थी?
भूकंप की विनाशकारी ताकत: म्यांमार में भी भारी तबाही
इस भूकंप ने सबसे ज्यादा म्यांमार में तबाही मचाई. अब तक 1600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हैं. इस भूकंप ने पूरे क्षेत्र में एक भयावह स्थिति पैदा कर दी है. थाईलैंड में हुई यह घटना भी उसी भूकंप का असर थी, लेकिन अब सवाल यह है कि क्या यह सिर्फ भूकंप की ताकत का नतीजा था, या फिर इमारत के निर्माण में कुछ गंभीर खामियां थीं?
जब तक जांच पूरी नहीं होती, सभी की नज़रें इस मामले पर टिकी रहेंगी.
अब तक की घटनाओं ने इस सवाल को और भी जटिल बना दिया है कि क्या चीनी कंपनी की लापरवाही ने इस हादसे को जन्म दिया? थाईलैंड सरकार की जांच और विशेषज्ञों की समिति इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. लेकिन इस बीच, प्रभावित परिवारों के लिए यह त्रासदी सिर्फ एक इमारत के ढहने से कहीं ज्यादा है.