Thailand Same Sex Marriage Bill: खबर है थाईलैंड से जिसका प्राचीन भारतीय नाम श्यामदेश है यह पूर्वी एशिया का इतिहास रचने वाला पहला देश बन गया है. जहां अब समलैंगिक शादी को कानूनी मान्यता मिल गई है. थाईलैंड के सदन में 18 जून मंगलवार को इस बिल पर वोटिंग हुई है इस दौरान संसद में 130 वोट पड़े जिसमें से 4 बिल के खिलाफ में वोट पड़े. इसके अलावा कुछ सांसदों ने इससे दूरी बना ली है. समलैंगिक शादी को वैध करने वाला थाइलैंड अब दक्षिण पूर्वी एशिया का पहला देश बन गया है. अब इस बिल को राजा वजिरालोंगकोर्न के पास मान्यता देने के लिए भेजा जाएगा.
कब कर सकते हैं Same Sex Marriage?
थाईलैंड में पिछले 20 सालों से समलैंगिक शादी को कानून में लाने के लिए मांग उठ रही थी, अब ये बिल पास हो जाने के बाद 18 साल से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति समलैंगिक शादी कर सकता है. इससे पहले इस साल के फरवरी में इस बिल को संसद में पेश किया गया था लेकिन कई सांसदों द्वारा इसे खारिज कर दिया गया था.
विश्व में Same Sex Marriage की स्थिति क्या है?
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, PEW रिसर्च सेंटर ने LGBTQ+ समुदाय पर रिसर्च करने के बाद बताया कि कनाडा में सबसे अधिक 85 प्रतिशत और अमेरिका में 75 प्रतिशत लोग LGBTQ+ स्वीकार करते हैं. काफी दिनों की लड़ाई के बाद आज फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, अमेरिका समेत दुनिया के 31 देशों के संविधान से सेम सेक्स के बीच शादी लीगल है.
भारत में क्या समलैंगिक की स्थिति?
वहीं अगर भारत की बात करें तो साल 2018 तक Same Sex Marriage अपराध थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देश में IPC की धारा 377 के तहत समलैंगिकों के बीच संबंध होना अपराध नहीं माना जाता है इसका कानून में प्रावधान हो गया है.
इन देशों में Same Sex Marriage पर दी जाती है मौत की सजा
मूड ऑफ द नेशन के सर्वे में मुताबिक देश में 62 प्रतिशत लोग सेम सेक्स के बीच शादी को मामने के लिए तैयार नहीं है इससे इस बात स्पष्ट होता है कि समाज अब भी LGBTQ+ को पूरी तरह स्वीकार नहीं करना चाहता है. यमन, ईरान, ब्रुनेई, नाइजीरिया, कतर समेत दुनिया के 13 देशों में आज भी सेम सेक्स रिलेशन वाले जोड़ों को मौत की सजा दी जाती है.
कौन हैं राजा महा वजिरालोंगकोर्न जो समलैंगिक को पूरी तरह देंगे मान्यता लेकिन
थाइलैंड में यह बिल पास हो जाने के बाद एक प्रकार से यूँ कहे तो बिल को पास कराने के लिए शाही घराने में मान्यता के लिए भेजा जाता है. वहां के राजा वजिरालोंगकोर्न से सहमति मिलने के बाद इस राजपत्र से प्रकाशित किया जाएगा. प्रकाशित होने के तीन महीने बाद यह देश में कानूनी रूप लागू हो जाएगा. यानी कहने का मतलब है कि इस साल के अंत में Same Sex Marriage को मान्यता हासिल हो जाएगा और इसके साथ ही अक्टूबर की शुरूआत में थाईलैंड में पहली वैध समलैंगिक शादी होगी. First Updated : Wednesday, 19 June 2024