थाईलैंड के एयरपोर्ट्स और सबवे बंद, स्टॉक मार्केट में भी लगा ताला, भूकंप के बाद ऐसे हैं हालात
थाईलैंड में भूकंप के बाद इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. सभी हवाई उड़ानों को स्थगित कर दिया गया है और एयरपोर्ट्स तथा सबवे को बंद कर दिया गया है, जिससे लॉकडाउन जैसी स्थिति बन गई है. भूकंप के बाद शहरों से झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं, जहां लोग जान बचाने के लिए भाग रहे हैं और इमारतें मलबे में तब्दील हो रही हैं.

थाईलैंड और म्यांमार में आए जोरदार भूकंप के कारण भारी तबाही मच गई है. इस प्राकृतिक आपदा ने दोनों देशों में बड़े पैमाने पर नुकसान किया, जहां दर्जनों इमारतें गिर गईं और सड़कों पर चीख-पुकार मच गई. खासकर थाईलैंड से भूकंप के बाद की भयावह तस्वीरें सामने आई हैं, जहां लोग जान बचाने के लिए भागते हुए नजर आए.
भूकंप के बाद थाईलैंड में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है और सभी हवाई उड़ानें स्थगित कर दी गई हैं. एयरपोर्ट्स और सबवे को बंद कर दिया गया है, और वहां लॉकडाउन जैसी स्थिति बन गई है. थाईलैंड के स्टॉक एक्सचेंज (SET) ने भी कारोबार बंद कर दिया है, जिससे आर्थिक रूप से भी यह भूकंप भारी नुकसान का कारण बन रहा है. बिजली की आपूर्ति भी बाधित हो गई है और कई प्रमुख पुल गिर गए हैं.
बैंकॉक में भारी नुकसान, सैलानी डरे हुए
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक, जो पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है, में भी भारी नुकसान हुआ है. यहां एक टॉवर जमींदोज हो गया है और सैकड़ों लोग मलबे में दब गए हैं. भूकंप के बाद कई लोग अपने परिवार के सदस्य को खोजने के लिए मलबे के ढेर में नजर आए. दर्जनों लोग लापता हैं और उनका पता नहीं चल पाया है.
म्यांमार में भी नुकसान, एवा ब्रिज गिरा
म्यांमार के मांडलेय क्षेत्र में इरावडी नदी पर स्थित प्रसिद्ध एवा ब्रिज भी भूकंप के कारण गिर गया है. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई. भूकंप के झटके थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक तक महसूस किए गए. इस घटना ने क्षेत्र में घबराहट का माहौल बना दिया है और स्थानीय लोग अपने सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं.
भारत की मदद की पेशकश
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भूकंप के बाद की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और थाईलैंड और म्यांमार के लिए हर संभव मदद की पेशकश की. विदेश मंत्रालय को इन देशों के साथ संपर्क में रहने को कहा गया है.