Mahsa Amini: 'महसा अमीनी की मौत का जिम्मेदार देश', जानिए कौन थी ये ईरानी महिला?

Mahsa Amini: जिनेवा में ह्यूमन राइट्स काउंसिल की बैठक में मिशन की प्रमुख सारा हुसैन ने कहा है कि देश में एआई और तकनीक की मदद से महिलाओं पर नज़र रखी जा रही है.

Shabnaz Khanam
Edited By: Shabnaz Khanam

Mahsa Amini: सितंबर 2022 में ईरान के इस्लामिक ड्रेस कोड का विरोध करने वाली ईरानी महिला महसा अमीनी एक बार फिर से चर्चा में हैं. ईरान में ड्रेस कोड का विरोध करने वाली  महसा अमीनी को नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत लिया गया था. 22 साल की कुर्द ईरानी महिला अमिनी की इस दौरान मौत हो गई जिसके बाद महीनों तक विरोध प्रदर्शन हुए. हाल ही में ईरान पर अन्तरराष्ट्रीय तथ्यान्वेषी मिशन के सदस्यों ने, जिनीवा में मानवाधिकार परिषद को सम्बोधित करते हुए, कहा कि सितम्बर 2022 में, महसा अमीनी की मौत ''ग़ैरक़ानूनी थी और वो शारीरिक हिंसा के कारण हुई थी.'

1- पिछले साल ईरान में महिलाओं के ड्रेस कोड को लेकर एक कानून बनाया गया था, जिसका पूरे देश में जमकर विरोध हुआ. इस विरोध में महसा अमीनी नाम की लड़की भी थी. 

2- महसा ईरान की एक युवा महिला थी जो लंबे समय से इन विरोध प्रदर्शनों में सबसे आगे थी. उनकी उम्र 22 साल थी. उन्होंने ईरान के महिलाओं के ड्रेस कोड के ख़िलाफ़ अपने बाल कटवाए थे.

3- वह अपने कटे हुए बालों और बिना हिजाब के खुलेआम सार्वजनिक स्थानों पर घूमती थीं. ईरान में ड्रेस कानून आदि को लेकर एक नैतिकता पुलिस का गठन किया गया है, जिसका काम इस इस्लामिक देश में ड्रेस कोड को सख्ती से लागू करना है. वे अक्सर इन मामलों में महिलाओं को बंधक बना लेते हैं.  

4- महसा तेहरान के बाहर ईरान में रहते थी. जब वह अपने परिवार के साथ तेहरान गई, तभी पुलिस की नजरों में आगई. इसके बाद वो तेहरान में मेट्रो में बैठने ही वाली थी कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. उन पर ठीक से हिजाब न पहनने का आरोप लगा था. इसके बाद अमिनी कभी वापस नहीं आईं. 
 
5- अमीनी के गिरफ्तार के कुछ दिन बाद ही उनकी मौत हो गई, जिसके बाद देश भर की सड़कों पर लोग उनके लिए उतरे. अमीनी के लिए न्याय मांगने वालों की संख्या बड़ा थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में ईरान में महिलाएं अपने अधिकारों के लिए लज़कों पर उतरी हैं. 
 
6- जानकारी के मुताबिक, अमीनी को पुलिस ने गिरफ्तार करके उनको काफी प्रताड़ित किया, जिस कारण उनकी मौत हो गई. इसको छुपाने के लिए ही पुलिस ने अमीनी को दिल का दौरा पड़ने की बात कही. उस दौरान की मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनमें कहा गया कि पुलिस का कहना है कि अमीनी को दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उनको अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी मौत हो गई. 
 
7- संयुक्त राष्ट्र के एक फैक्ट फ़ाइंडिंग मिशन के मुताबिक, ''ईरान में महिलाओं के साथ अभी भी बड़े पैमाने पर भेदभाव हो रहा है.'' इस ड्रेस कोड ने उनको दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया है. 

8- महसा अमीनी को लेकर मिशन ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि दो साल पहले हुई महसा अमीनी की जो मौत हुई थी, वो पुलिस हिंसा की वजह से हुई. वो एकदम ग़ैरक़ानूनी थी. 

9- अमीनी की मौत की वजह का खुलासा जिनेवा में ह्यूमन राइट्स काउंसिल की बैठक में मिशन की प्रमुख सारा हुसैन ने किया. साथ ही उन्होंने अन्य महिलाओं को लेकर कहा कि देश में AI और तकनीक की मदद से महिलाओं पर सख्ती के साथ नज़र रख रहे हैं. 

10- उन्होंने बताया कि महिलाओं पर ये देखने के लिए नजर रखी जा रही है कि वो हिजाब के नियमों का उल्लंघन को नहीं कर रही हैं. इसके लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. जानकारी ये भी दी गई कि 2023 में 834 लोगों को मौत की सजा दी गई जो 2022 के मुकाबले 43 फीसद ज्यादा थी. 

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19 March 2024, 08:13 AM IST

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