दुनिया पर मंडरा रहा परमाणु युद्ध का खतरा? जानिए अब तक कितने न्यूक्लियर बम हुए टेस्ट, कितने हुए इस्तेमाल?
दुनिया में परमाणु हथियारों पर हलचल मची हैं, जहां पोलैंड, फ्रांस और ईरान जैसे देश अपने सुरक्षा हितों के चलते परमाणु शक्ति बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रहे हैं. अब तक कुल 2056 परमाणु परीक्षण हो चुके हैं, जिनमें अमेरिका, रूस, चीन, भारत और अन्य देशों की अहम भूमिका रही है.

दुनिया में एक बार फिर परमाणु हथियारों को लेकर चर्चा तेज हो गई है. पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने अमेरिका से अपील की है कि उनके देश में परमाणु हथियार तैनात किए जाएं ताकि वे रूस से सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें. इसी बीच, फ्रांस ने ब्रिटेन समेत पूरे यूरोप को अपनी परमाणु छतरी से सुरक्षा देने का ऐलान किया है. दूसरी ओर, ईरान तेजी से परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि दुनिया में अब तक कितने परमाणु बम का उपयोग किया गया है और कितने परीक्षण किए जा चुके हैं?
पहला परमाणु परीक्षण...
दुनिया का पहला परमाणु परीक्षण 16 जुलाई 1945 को अमेरिका ने न्यू मैक्सिको के रेगिस्तान में किया था. इसे मैनहैटन प्रोजेक्ट के तहत अंजाम दिया गया था. इस परीक्षण के कुछ हफ्ते बाद ही, 6 और 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे, जिससे हजारों लोगों की जान चली गई और तबाही मच गई हैं.
पहले परमाणु परीक्षण से लेकर अब तक दुनिया में कुल 2056 परमाणु बम के परीक्षण हो चुके हैं. आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने 1030 परमाणु परीक्षण किए हैं. रूस ने 715 परीक्षण किए. वहीं फ्रांस की बात करें तो, 210 बार परमाणु बम टेस्ट किए. इसके अलावा, चीन 45, उत्तर कोरिया 6, भारत 3 और पाकिस्तान 2 परमाणु परीक्षण कर चुका है.
दुनिया के पास कितने परमाणु हथियार हैं?
एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के पास बड़ी संख्या में परमाणु हथियार मौजूद हैं:- रूस के पास 5889 परमाणु बम हैं.अमेरिका के पास 5244 न्यूक्लियर बम हैं. चीन के पास 410 परमाणु हथियार हैं. वहीं, फ्रांस के पास 290 और ब्रिटेन के पास 225 परमाणु बम हैं. इसके अलावा, पाकिस्तान के पास 170, भारत के पास 164, इज़राइल के पास 90 और उत्तर कोरिया के पास 30 परमाणु बम होने का अनुमान है.
दुनिया के लिए खतरा मंडरा रहा हैं?
हालांकि, इतिहास इस बात का गवाह है कि जब भी परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हुआ, तबाही के सिवा कुछ नहीं मिला. हिरोशिमा और नागासाकी आज भी इस भयावह इतिहास के जिंदा गवाह हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या दुनिया को अब भी परमाणु हथियारों की जरूरत है या फिर देशों को कूटनीति और शांति वार्ता पर जोर देना चाहिए?