किसी भी दुर्घटना से बच जाना भाग्य का संकेत माना जाता है. लेकिन अगर कोई शख्स 7 बार मौत के करीब पहुंचकर भी बच जाए, तो उसे क्या कहेंगे? यह कहानी है फ्रैन सेलाक की, जिनका जन्म 1929 में युगोस्वालिया में हुआ था. उनकी जिंदगी में चमत्कार हमेशा से चलते रहे.
फ्रैन का जन्म अस्पताल या घर में नहीं, बल्कि एक नाव में हुआ. उनकी मां अपने पिता के साथ मछली पकड़ने गई थीं, वहीं उन्होंने फ्रैन को जन्म दिया. वह जन्म के समय काफी कमजोर थे, लेकिन उनकी मां ने हार नहीं मानी और उनकी देखभाल की. जल्द ही फ्रैन स्वस्थ हो गए.
फ्रैन ने चार शादियां कीं, लेकिन किसी भी पत्नी के साथ उनकी बनती नहीं थी. उन्होंने संगीत की शिक्षा ली और स्कूल में म्यूजिक टीचर के तौर पर नौकरी की.
फ्रैन की जिंदगी में बड़ा बदलाव 30 साल की उम्र में शुरू हुआ. 1962 में, जब वह ट्रेन से यात्रा कर रहे थे, ट्रेन पटरी से उतर गई. इस दुर्घटना में कई लोग मारे गए, लेकिन फ्रैन ने एक हाथ टूटने के बावजूद तैरकर अपनी जान बचा ली.
एक साल बाद, 1963 में, जब वह एक फ्लाइट में अपनी मां से मिलने जा रहे थे, अचानक प्लेन का इमरजेंसी डोर खुल गया. प्लेन तेजी से नीचे गिरा, और कई लोगों की जान गई, लेकिन फ्रैन फिर से बच गए. वह बेहोशी में घास के ढेर पर मिले.
फ्रैन ने इन हादसों को भूलकर अपनी जिंदगी जीने की कोशिश की. लेकिन 1966 में, एक बस हादसे में भी वह बाल-बाल बचे. बस नदी में गिर गई, लेकिन फ्रैन बिना किसी नुकसान के बाहर निकल आए.
1970 में, जब वह अपनी कार चला रहे थे, तो गाड़ी में शॉर्ट सर्किट हुआ और आग लग गई. लेकिन उन्होंने तुरंत गाड़ी छोड़ी और बच गए. हालांकि उनके कपड़े जल गए.
1995 में, एक डबल डेकर बस ने फ्रैन को टक्कर मार दी. लोग समझ रहे थे कि वह नहीं बच पाएंगे, लेकिन उन्होंने फिर से अपनी जान बचा ली.
1996 में, जब वह पहाड़ों में यात्रा कर रहे थे, उनकी कार पहाड़ी पर फंस गई. जैसे ही वह बाहर निकले, कार नीचे गिर गई और उसमें धमाका हो गया. फिर भी, फ्रैन फिर से सुरक्षित रहे. फ्रैन सेलाक की जिंदगी एक अद्भुत कहानी है, जिसमें हर बार उन्होंने मौत को मात दी. उनकी किस्मत और साहस से साबित होता है कि कभी-कभी जीवन में चमत्कार होते हैं. First Updated : Friday, 27 September 2024