हिज्बुल्लाह का नया चेहरा बने नईम कासिम, क्या होगी उनकी अगली चाल?
इजरायल के साथ बढ़ते तनाव के बीच, हिज्बुल्लाह ने नईम कासिम को अपना नया नेता घोषित किया है. यह बदलाव उस समय हुआ जब हिज्बुल्लाह ने उत्तरी इजरायल पर रॉकेट हमले किए. कासिम, जो पहले संगठन के दूसरे नंबर के कमांडर थे उन्होंने अपने चुनाव को इस्लाम के मूल सिद्धांतों से जोड़ा है. उनके नेतृत्व में हिज्बुल्लाह की रणनीति में बदलाव की बात भी सामने आई है. जानें, क्या नईम कासिम हिज्बुल्लाह को नई दिशा दे पाएंगे?
Hezbollah New Chief Naim Qassem: इजरायल के साथ जारी तनाव के बीच, हिज्बुल्लाह ने मंगलवार (29 अक्टूबर, 2024) को अपने नए नेता का ऐलान किया है. नईम कासिम को हिज्बुल्लाह का नया मुखिया बनाया गया है. यह बदलाव ऐसे समय पर हुआ है जब हिज्बुल्लाह ने उत्तरी इजरायल पर रॉकेट दागे, जिससे कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से चोटिल हुआ है.
नईम कासिम का चयन हिज्बुल्लाह के लिए महत्वपूर्ण है. संगठन ने कहा है कि कासिम पैगंबर मोहम्मद के असली इस्लाम और हिज्बुल्लाह के मूल सिद्धांतों के प्रति समर्पित हैं. 71 वर्षीय कासिम पहले हिज्बुल्लाह के दूसरे नंबर के कमांडर थे और उन्होंने 1980 के दशक में इस समूह की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उनकी धार्मिक पृष्ठभूमि और संगठन में उनके अनुभव ने उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए उपयुक्त बनाया है.
कासिम की रणनीति में बदलाव
हिज्बुल्लाह ने हाल के दिनों में इजरायल के खिलाफ अपनी रणनीति में बदलाव की बात कही है. इस महीने की शुरुआत में, कासिम ने लेबनान में युद्धविराम का आह्वान किया था. उन्होंने स्पष्ट किया था कि हिज्बुल्लाह इजरायल में और अधिक प्रभावी हमले करने की योजना बना रहा है. यह स्थिति उनके लिए चुनौतीपूर्ण है लेकिन कासिम के नेतृत्व में हिज्बुल्लाह ने नई दिशा की ओर बढ़ने की कोशिश की है.
नासरल्लाह की अनुपस्थिति
इस परिवर्तन के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि हिज्बुल्लाह के प्रमुख हसन नासरल्लाह की हाल ही में इजरायली हमले में मौत हो गई थी. इस हमले में हिज्बुल्लाह के कई अन्य बड़े नेताओं को भी निशाना बनाया गया था. ऐसे में नईम कासिम का नेतृत्व संगठन के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है जो अपने अतीत के अनुभवों से सीखते हुए इजरायल के खिलाफ अपने लक्ष्यों को हासिल करने का प्रयास करेगा.
भविष्य की अनिश्चितता
नईम कासिम का नेतृत्व अब इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच के तनाव को और बढ़ा सकता है. कासिम की योजनाएं और हिज्बुल्लाह की आगामी गतिविधियां क्षेत्र की राजनीति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं. जबकि कासिम के नेतृत्व में संगठन अपनी पहचान को बनाए रखने की कोशिश करेगा, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भविष्य में क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा. फिलहाल इस समय क्षेत्र में स्थिति बेहद नाजुक है और नईम कासिम की भूमिका इस संघर्ष के अगले अध्याय को निर्धारित कर सकती है.