दूसरे विश्व युद्ध के बाद से ही अमेरिका ने लड़ाकू विमान, निगरानी विमान और बमवर्षकों के क्षेत्र में अपना वर्चस्व बनाए रखा है. अब, अमेरिका नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन B-21 रेडर का विकास कर रहा है, जो यूएस एयर फोर्स (USAF) के लिए एक स्टील्थ इंटरकॉन्टिनेंटल स्ट्रैटेजिक बॉम्बर होगा. यह बॉम्बर पारंपरिक और थर्मोन्यूक्लियर हथियार ले जाने में सक्षम होगा और लॉन्ग रेंज स्ट्राइक बॉम्बर (LRS-B) कार्यक्रम का हिस्सा है. इसकी अनुमानित लागत 692 मिलियन डॉलर प्रति विमान है. यह परियोजना FY2025 NDAA के समर्थन से आगे बढ़ रही है.
B-21 को 'रेडर' नाम दिया गया है, जो दूसरे विश्व युद्ध के डूलिटल रेडर्स के सम्मान में रखा गया है. इस अत्याधुनिक बॉम्बर को विकसित करने का उद्देश्य रॉकवेल B-1 लांसर और नॉर्थ्रॉप B-2 स्पिरिट को 2040 तक प्रतिस्थापित करना है. इसके बाद यह संभवतः बोइंग B-52 स्ट्रैटोफोर्ट्रेस की जगह ले सकता है.
USAF ने 2011 में B-21 की योजना बनानी शुरू की और साल 2015 में मुख्य विकास अनुबंध प्रदान किया. इसे 'मध्य 2020 के दशक' में सेवा में लाने का लक्ष्य था. हालांकि, 2021 तक यह तिथि 2027 तक खिसक गई.
B-21 रेडर को एक ओपन-आर्किटेक्चर डिज़ाइन के साथ विकसित किया गया है, जो तेज अपग्रेड की अनुमति देता है. यह लंबी दूरी तक परमाणु और पारंपरिक हमलों के साथ-साथ ISR (इंटेलिजेंस, सर्विलांस, और रिकोनेंस) और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध कार्यों को सक्षम बनाता है.
साल 2022 तक, छह B-21 निर्माणाधीन थे और पहला विमान मार्च 2022 में कैलिब्रेशन सुविधा में ले जाया गया.
2 दिसंबर 2022 को, नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन के पैल्मडेल, कैलिफोर्निया स्थित उत्पादन केंद्र में पहला परीक्षण विमान प्रदर्शित किया गया.
कंपनी के सीईओ कैथी वॉर्डन ने बताया कि B-21 का डिज़ाइन मॉड्यूलर और ओपन सिस्टम आर्किटेक्चर पर आधारित है, जिससे अपग्रेड करना आसान होगा. यह B-2 की तुलना में छोटा है, लेकिन इसकी रेंज अधिक है.
नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन के अनुसार, 'B-21 रेडर ने हमारी उड़ान परीक्षण अभियान में उल्लेखनीय प्रगति की है. यह दुनिया के पहले छठी पीढ़ी के विमान की शक्ति को प्रदर्शित करता है.' कंपनी ने USAF के सहयोग की प्रशंसा करते हुए कहा कि हम B-21 को साकार करने में साझेदारी के लिए अमेरिकी वायु सेना का आभार व्यक्त करते हैं.
तैयार होने के बाद, अमेरिकी वायु सेना द्वारा 100 B-21 विमान ऑर्डर किए जाने की संभावना है, जबकि कुछ रक्षा विशेषज्ञ इस संख्या को 200 तक बढ़ाने की सिफारिश कर रहे हैं.
First Updated : Monday, 13 January 2025