16 फीट लंबा और 700 किलो वजन... मिलिए दुनिया के सबसे पुराने मगरमच्छ हेनरी से

World's oldest Crocodile: आज हम आपको दुनिया के सबसे पुराने मगरमच्छ के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका नाम हेनरी है. इसकी कहानी काफी दिलचस्प है. हेनरी फिलहाल अफ्रीका के स्कॉट्सबर्ग स्थित क्रोकवर्ल्ड कंजर्वेशन सेंटर में है. बता दें कि 1900 के शुरुआती दशक में इस मगरमच्छ ने काफी आतंक मचाया था. इसका वजन अभी 700 किलो है और लंबाई 16 फीट है जो एक मिनी बस जितना है.

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Edited By: JBT Desk

World's oldest Crocodile: दुनिया के सबसे पुराने मगरमच्छ की इन दिनों काफी चर्चा हो रही है. यह मगरमच्छ अब 124 साल हो चुका है. यह मगरमच्छ काफी बड़ा है जो अपने आतंक के चलते फेमस है. मौजूदा समय में हेनरी एक मिनी बस के आकार का है. यह एक नरभक्षी नील मगरमच्छ है. रिपोर्ट के मुताबिक इसकी 6 पत्नियां हैं और 10 हजार से ज्यादा बच्चे भी है.

मगरमच्छ धरती पर मौजूद सबसे पुराने जीव में से एक है. यह कितना खतरनाक होता है सब जानते हैं लेकिन ये बात शायद ही आपको पता होगा कि इसका पेट कभी नहीं भरता. यह कितना भी खा ले फिर भी अगर इन्हें शिकार दिख जाए तो हमला कर देते हैं.

कब हुआ था हेनरी मगरमच्छ का जन्म

द सन के रिपोर्ट के मुताबिक हेनरी मगरमच्छ का जन्म बोत्सवाना के ओकावांगो डेल्टा में 16 दिसंबर 1900 में हुआ था. इसके अतीत की बात करें तो इसका अतीत आतंक से भरा हुआ है. यह अपने नुकीले और पैन दांतों से कई लोगों को अपना शिकार बना चुका है. यह एक ऐसी नस्ल है जो बेहद खतरनाक और बेहद क्रूर होते हैं. इस प्रजाती के मगरमच्छ जेब्रा और साही को मारने से भी नहीं डरते है.

हेनरी मगरमच्छ का आतंक

हेनरी मगरमच्छ के बारे में कहा जाता है कि उसने बोत्सवाना जनजाति के बच्चों को खाया था. यहां के लोग उसकी खूनी हरकतों से काफी तंग आ गए थे. साल 1903 में हेनरी को मारने के लिए लोगों ने एक हाथी शिकारी सर हेनरी न्यूमैन की मदद ली. हालांकि, सर हेनरी न्यूमैन ने इस मगरमच्छ को क्रूरतापूर्वक मारने के बजाय विदेश में आजीवन कैद की सजा देने का फैसला किया. उन्होंने हेनरी को दक्षिण अफ्रीका के स्कॉट्सबर्ग में क्रोकवर्ल्ड कंजर्वेशन सेंटर में रख दिया. तब से हेनरी को वहां तीन दशक हो गए हैं और वो वहीं रह रहा है. बता दें कि सर हेनरी न्यूमैन के नाम पर ही इस मगरमच्छ का नाम हेनरी पड़ा.

दुनिया का सबसे बूढ़ा मगरमच्छ है हेनरी

हेनरी मगरमच्छ 124 साल का हो चुका है. यह दुनिया का सबसे पुराना और बुढ़ा मगरमच्छ हो जो जीवित है. हेनरी नील प्रजाति का है जो अफ्रीका के 26 देशों में पाई जाती है. हर साल इन देशों में सैकड़ों लोग इस प्रजाति के मगरमच्छों का शिकार बन जाते हैं. जिन जगहों पर यह मगरमच्छ पाए जाते हैं उन क्षेत्रों में सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी जान गंवा देते हैं. यह मगरमच्छ नदियों में झीलों में, दलदलों और दलदली भूमि जैसे कई प्रकार के जलीय वातावरण में रह सकते हैं.

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04 September 2024, 11:26 AM IST

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