टैरिफ वॉर में फंसी दुनिया की दो बड़ी इकोनॉमी, चीन ने अब बोइंग एयरक्राफ्ट की खरीद पर लगाई रोक
आपको बता दें कि जनवरी में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद से विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे पर टैरिफ युद्ध में उलझी हुई हैं, तथा अब अमेरिका चीन से आयात पर 145 प्रतिशत तक का टैरिफ लगा रहा है. व्यापार युद्ध के खत्म होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं, लेकिन लगता है कि इसका असर बोइंग के सबसे बड़े बाजार चीन पर भी पड़ा है.

चीन ने मंगलवार को अपनी एयरलाइन्स कंपनियों को बोइंग कंपनी से कोई भी डिलीवरी न करने का निर्देश दिया है. इससे पहले, चीन ने डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चीनी आयात पर 145% टैरिफ लगाए जाने के जवाब में सप्ताहांत में सभी अमेरिकी उत्पादों पर 125% का जवाबी टैरिफ लगाया था, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध बढ़ गया था. रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग ने अमेरिकी कंपनियों से विमान मशीनरी और उपकरणों से संबंधित किसी भी खरीद को तत्काल रोकने का आदेश दिया है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि चीनी सरकार उन घरेलू एयरलाइनों को प्रोत्साहन देना चाहती है जो उच्च टैरिफ के कारण बढ़ती लागत की भरपाई के लिए बोइंग विमान किराए पर ले रही हैं. व्यापार युद्ध के कारण बोइंग के पार्ट्स और विमानों की कीमत चीन को लगभग दोगुनी हो जाएगी. आपको बता दें कि जनवरी में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद से विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे पर टैरिफ युद्ध में उलझी हुई हैं, तथा अब अमेरिका चीन से आयात पर 145 प्रतिशत तक का शुल्क लगा रहा है.
टैरिफ से बाजार में मची उथल-पुथल
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी सरकार उन विमानन कंपनियों की मदद करने पर विचार कर रही है जो बोइंग जेट विमानों को पट्टे पर लेती हैं और उच्च लागत का सामना करती हैं. ट्रंप द्वारा टैरिफ लगाने से विश्व बाजार में उथल-पुथल मच गई है तथा सहयोगियों और विरोधियों के साथ कूटनीति में भी उथल-पुथल मच गई है.
व्यापार युद्ध के खत्म होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं, लेकिन लगता है कि इसका असर बोइंग के सबसे बड़े बाजार चीन पर भी पड़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 20 सालों में वैश्विक विमान मांग का 20 प्रतिशत हिस्सा चीन से आएगा. दरअसल, 2018 में बोइंग के विमानों का करीब 25 प्रतिशत हिस्सा चीन में था.
इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं से हटाया टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह अचानक आगे की वृद्धि पर रोक लगाने की घोषणा की, लेकिन बीजिंग को तत्काल कोई राहत नहीं दी. अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार को स्मार्टफोन, सेमीकंडक्टर और कंप्यूटर जैसे उच्च-स्तरीय तकनीकी सामानों के लिए चीन और अन्य देशों के खिलाफ नवीनतम शुल्कों से छूट की घोषणा की.