Russia coup attempts : क्षेत्रफल की दृष्टि से रूस दुनिया का सबसे बड़ा देश है। रूस की सत्ता पर बैठी पुतिन की सरकार को गिराने की कोशिश की गई। जिस पर पुतिन को भरोसा था उसी ने पुतिन को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश की। वैगनर ग्रुप (Wagner Amry) ने रूसी सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया था। वैगनर ग्रुप के सरगना येवगेनी प्रिगोज़िन ने अपने लड़ाकों के साथ रूसी सेना पर धावा बोल दिया था। दरअसल, येवगेनी प्रिगोज़िन के लड़ाकू ही रूस की तरफ से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ रहे थे। रूस ने इन्हें भाड़े पर रखा था। हालांकि वागनर ग्रुप ने विद्रोह को रोकने का फैसला कर लिया है। अब उसकी सेना मास्को नहीं जाएगी।
पहले भी हो चुकी है रूस में तख्ता-पलट की कोशिश
तख्तापलट की कोशिश रूस में पहली बार नहीं की गई है। इससे पहले भी रूस में तख्तापलट की कोशिशें हो चुकी हैं। वर्ष 1989 में बर्लिन वॉल गिरने के बाद रूस में 2 बार तख्तापलट की कोशिश की गई थी। उस वक्त सोवियत संघ (यूएसएसआर) में फूट पड़ गई था और वह कमजोर हो रहा था। सोवियत संघ के 15 गणराज्य उस वक्त आजादी की मांग कर रहे थे। उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव को इसी तरह तख्तापलट की कोशिशों का सामना करना पड़ा था। अतं: साल 1991 में सोवियत संघ टूट ही गया था और रूस के अलावा 14 नए देश बने थे।
रूस की तरह और भी कई देशों में हुआ है विद्रोह
दुनिया के और भी कई देशों में रूस की ही तरह तख्ता-पलट की कोशिशें हुई है। हमारे पड़ोसी पाकिस्तान में कुछ ऐसा ही हुआ था। पाकिस्तान के अलावा म्यांमार, सूडान, चिली, बोलिविया, जैसे देशों में इसी तरह से तख्तापलट की कोशिशें की गई हैं। कहीं सेना ने सरकार पर कब्जा लिया तो कहीं सेना के इशारों से सरकारे चलाई जानें लगीं। कहीं, तख्तापलट को अंजाम दे दिया गया तो कहीं सिर्फ कोशिशें ही की गईं। दुनिया में 1950 से 1989 के बीच 350 बार तख्तापलट हुए हैं। और 1990 से 2019 तक 113 तख्तापलट हुए हैं। इसी तरह तख्तापलट का इतिहास चलता रहा है।
पाकिस्तान में कई बार हो चुका है तख्तापलट
आपको बता दें की पाकिस्तान में 4 बार तख्तापलट की कोशिशें की गई हैं। पहली दफा 1953-54 में, दूसरी बार 1958 में (राष्ट्रपति मेजर जनरल इसकंदर मिर्जा ने पाकिस्तानी सरकार को भंग कर दिया था), तीसरी बार 1977 में (आर्मी चीफ जनरल जिया उल हक द्वारा तख्तापलट कर दिया था) और चौथी बार 1999 में। 1999 में जब भारत ने पाकिस्तान को कारगिल युद्ध में पटखनी दी थी तब भी पाकिस्तान में तख्तापलट की कोशिशें की गई थी।
सेना ने राष्ट्रपति को उतार दिया मौत के घाट
दक्षिण अमेरिका महाद्वीप का एक देश है चिली। यहां तो सेना ने सत्ता हथियाने के लिए राष्ट्रपति को ही मौत के घाट उतार दिया था। 11 सितंबर, 1973 को चिली की सेना ने सरकार के खिलाफ धावा बोला था। सेना ने तत्कालीन राष्ट्रपति आयेंदे के निवास को घेरकर गोला बारूद से हमला कर दिया था। इस हमले में राष्ट्रपति आयेंदे की मौत हो गई थी। इसके बाद जनरल आगस्तो पिनोशे चिली के नए राष्ट्रपति बने थे।
सूडान में भी हो चुका है तख्तापलट
अफ्रीकी देश सूडान में 2021 में सेना ने प्रधानमंत्री को गिरफ्तार कर लिया था। प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी के बाद वहां की सेना ने सत्ता पर कब्जा कर लिया था। इसके अलावा माली और गिनी जैसे आफ्रीकी देशों में भी तख्तापलट हुए हैं।
म्यांमार में सेना कर लिया सरकार पर कब्जा
म्यांमार में भी तख्तापलट हुआ है। 2021 में म्यांमार की सेना ने तख्तापलट कर सत्ता अपने हाथ में ले ली थी। सेना ने हजारों लोग को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया था। म्यांमार के लोग इस तख्तापलट को कभी नहीं भूल पाएंगे। First Updated : Sunday, 25 June 2023