Iran-Israel conflict: शुक्रवार को ईरान के इस्फ़हान शहर में विस्फोटों की गूंज सुनाई देने के कुछ घंटों बाद, जिसे इज़रायली हमला माना जा रहा था, दोनों पक्षों ने हमले को कम कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव को शांत करने के लिए एक कदम उठाया गया. हालाँकि, ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने शुक्रवार को कहा कि अगर इज़राइल उसके हितों के खिलाफ काम करता है तो ईरान को तत्काल और अच्छे से जवाब दिया जाएगा.
ये तनाव तब से बढ़ गया है जब हमास और इस्लामिक जिहाद, ईरान समर्थित फिलिस्तीनी समूहों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था. लेबनान में ईरानी समर्थित प्रॉक्सी हिजबुल्लाह ने तुरंत इजरायली ठिकानों पर हमला करना शुरू कर दिया, जिससे दूसरे मोर्चे पर जैसे को तैसा की लड़ाई शुरू हो गई. जबकि इराक, सीरिया और यमन में ईरान समर्थित मिलिशिया ने भी पूरे युद्ध के दौरान इज़राइल पर मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं.
ईरान ने कहा कि उसकी इज़राइल के खिलाफ तत्काल जवाबी कार्रवाई की कोई योजना नहीं है, क्योंकि यरूशलेम में अधिकारियों ने संकेत दिया कि तेहरान के दक्षिण में इस्फ़हान शहर पर एक कथित ड्रोन हमले का उद्देश्य नुकसान पहुंचाने के बजाय एक संकेत भेजना था. ईरानी अधिकारी ने इस बात पर भी संदेह जताया कि क्या इस्फ़हान में हमले के पीछे इज़राइल था.
उन्होंने आगे कहा कि अब तक इज़राइल के होने का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला, लेकिन ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने आगे कहा कि ''अगर इज़राइल उसके हितों के खिलाफ काम करता है तो ईरान को तत्काल और अच्छे से जवाब दिया जाएगा.''
अमीराब्दुल्लाहियन ने कहा कि ड्रोन ने ईरान के अंदर से उड़ान भरी और गिराए जाने से पहले कुछ सौ मीटर तक वो उड़ता रहा. अमीरबदोल्लाहियान ने कहा, "वो खिलौनों की तरह हैं जिनसे हमारे बच्चे खेलते हैं, ड्रोन की तरह नहीं था."
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान के इस्फ़हान शहर पर हमला बहुत सोच समझकर किया गया है. जानकारी के मुताबिक, इस्फ़हान शहर के आसपास सैन्य अड्डे हैं. हमला करने वाले को इस बात का अच्छे से पता था कि यहां जंग में काम आने वाले तमाम हथियार रखें हैं, जिनको इस हमले में तबाह किया जा सकता है. हालांकि अभी तक इस हमले को लेकर कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है. First Updated : Saturday, 20 April 2024