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TikTok बना जान का दुश्मन! वायरल ट्रेंड के चक्कर में कोमा गई 7 साल की बच्ची, जानिए पूरी कहानी

अमेरिका के मिसौरी में 7 साल की स्कारलेट सेल्बी एक खतरनाक TikTok चैलेंज का शिकार हो गई, जिससे वह गंभीर रूप से जल गई और तीन दिन तक कोमा में रही. यह हादसा तब हुआ जब उसने एक NeeDoh टॉय को फ्रीज़र में जमाने और फिर माइक्रोवेव में गर्म करने का ऑनलाइन ट्रेंड आज़माया. खिलौना फटने से उसके चेहरे और छाती पर गर्म, चिपचिपा पदार्थ गिर गया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

सोशल मीडिया के दौर में जहां बच्चे स्मार्टफोन के साथ बड़े हो रहे हैं, वहां हर वक्त सतर्क रहना आसान नहीं होता. कई बार मासूम बच्चे ऐसे ट्रेंड्स को अपनाते हैं, जो दिखने में सामान्य लगते हैं, लेकिन उनके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं. ऐसा ही एक हादसा हुआ अमेरिका के मिसौरी में, जहां 7 साल की एक बच्ची एक खतरनाक TikTok चैलेंज का शिकार हो गई और गंभीर रूप से जलने के कारण कोमा में चली गई.

जानकारी के मुताबिक, बच्ची का नाम स्कारलेट सेल्बी है जो लोकप्रिय TikTok और YouTube चैलेंज को आजमाने की कोशिश कर रही थी. तो चलिए जानते हैं क्या है वो चैलेंज जिसकी वजह से कोमा में चली गई बच्ची.

खेल-खेल में हुआ बड़ा हादसा

स्कारलेट के पिता जोश ने एक इंटरव्यू में बताया कि रात में बच्ची ने NeeDoh क्यूब को फ्रीज़र में रखा, जैसा कि उसने ऑनलाइन वीडियो में देखा था. अगले दिन, उसने अपने पिता जोश सेल्बी (44) को खिलौना दिखाया और माइक्रोवेव में गर्म करने का फैसला किया. "मैं उसे देख रहा था," "जब उसने उसे बाहर निकाला और छुआ, तभी वो फट गया. खिलौने के अंदर मौजूद गर्म लावा जैसे पदार्थ ने उसके चेहरे और छाती को ढक दिया. यह चिपचिपा पदार्थ उसकी त्वचा से चिपक गया, जिससे दर्द और बढ़ गया. जोश  आगे बताया कि उसने तुरंत अपनी बेटी को बचाने की कोशिश की, लेकिन यह पदार्थ उसकी त्वचा से नहीं हट रहा था. "जब भी मैं उसे छूता, मेरा हाथ चिपक जाता," उन्होंने कहा. "मैंने उसकी शर्ट फाड़ दी क्योंकि वो पूरी तरह इस पदार्थ में लिपटी हुई थी.

तीन दिन तक कोमा में रही बच्ची 

हादसे की गंभीरता को समझते हुए, जोश और स्कारलेट की मां अमांडा ब्लैंकेनशिप (35) ने बिना समय गंवाए उसे 30 मिनट की दूरी पर स्थित सेंट लुइस चिल्ड्रन हॉस्पिटल ले गए. स्कारलेट पूरे रास्ते दर्द में चीखती रही. अस्पताल पहुंचने के बाद भी उसकी तकलीफ कम नहीं हुई. "वो बेहद डरी हुई थी और दर्द असहनीय था," अमांडा ने बताया कि डॉक्टरों ने तुरंत उसकी चोटों का आकलन किया, खासकर उसके मुंह और श्वसन मार्ग के आसपास की जलन को लेकर. सांस नली में सूजन के कारण सांस लेने में दिक्कत हो सकती थी, इसलिए डॉक्टरों ने उसे तीन दिन तक कृत्रिम कोमा में रखा. उसकी जलन इतनी गंभीर थी कि एक सप्ताह तक उसे ट्यूब के माध्यम से खाना दिया गया.

स्कारलेट की मां ने जताई चिंता

स्कारलेट के माता-पिता ने बताया कि डॉक्टरों ने स्किन ग्राफ्ट से बचने की कोशिश की, लेकिन अमांडा को डर है कि भविष्य में इसे करवाना पड़ सकता है. उन्होंने कहा वो हर दिन उसकी त्वचा पर क्रीम और सिलिकॉन ऑइंटमेंट लगाते हैं, लेकिन उसके घाव काफी गहरे और उभरे हुए हैं.आत्मविश्वास पर पड़ा असरस्कारलेट की शारीरिक चोटें तो समय के साथ ठीक हो सकती हैं, लेकिन मानसिक आघात भी किसी से कम नहीं है. उसकी मां ने बताया कि वह अक्सर नहाने के बाद आईने में खुद को देखकर रोने लगती है. "वो बहुत आत्म-सचेत हो गई है," अमांडा ने कहा. "जब हम बाहर जाते हैं तो वह अपनी शर्ट से अपने निशान को छिपाने की कोशिश करती है. कभी-कभी स्कूल से आकर कहती है कि बच्चे उसके निशान के बारे में पूछ रहे थे."अमांडा उसे दिलासा देती हैं कि वह अब भी खूबसूरत है. "उसने बहुत भयानक चीज़ झेली है, लेकिन ये निशान उसकी ताकत का प्रतीक हैं.

खतरनाक खिलौनों से बचने की सलाह

स्कारलेट के माता-पिता अब अन्य परिवारों को चेतावनी दे रहे हैं कि वे अपने बच्चों को ऐसे खतरनाक ऑनलाइन चैलेंज से बचाएं. "मैंने सभी से कह दिया है कि अगर उनके पास NeeDoh टॉय है तो उसे तुरंत फेंक दें," जोश ने कहा. "इसके अंदर का पदार्थ बिल्कुल गर्म गोंद की तरह है. एक बार चिपक गया तो हटाना असंभव है." उन्होंने इस उत्पाद की मार्केटिंग पर भी सवाल उठाया और कहा कि इसे बिना किसी मजबूत चेतावनी के नहीं बेचा जाना चाहिए.

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19 March 2025, 10:45 AM IST

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