Titanic Submersible: इस वजह से हुआ टाइटन पनडुब्बी हादसा, इन गलतियों की वजह से गई यात्रियों की जान!
Titanic Submersible:अटलांटिक महासागर में टाइटन नाम की पनडुब्बी किस वजह से हादसे का शिकार हुई, उसकी वजह सामने आ गई है। विशेषज्ञों ने बताया कि टाइटन पनडुब्बी में अंतःस्फोट हुआ होगा। जिसके चलते पनडुब्बी में सवार सभी पांचों यात्रियों की मौत हो गई होगी।
हाइलाइट
- अंतःस्फोट की वजह से टाइटन पनडुब्बी हादसे का शिकार हुई।
- इस दर्दनाक हादसे में पनडुब्बी में सवार पांचों यात्रियों को मृत घोषित कर दिया गया है।
Titanic Submersible: टाइटन पनडुब्बी में बैठकर समुद्र में मीलों नीचे टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए पांचों लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है। यह दुखद हादसा कैसे हुआ? इसकी वजह सामने आ चुकी है। वैसे समुद्र की गहराइयों में जाकर खोज करना एक अलग रोमांच होता है लेकिन कभी - कभी ऐसे रोमांच भरे सफर का अंत बेहद दर्दनाक होता है। कुछ ऐसा ही दर्दनाक अंत टाइटन पनडुब्बी में सवार होकर समुद्र की गहराइयों में गए पांच लोगों का हुआ है। बताया जा रहा है कि विनाशकारी अंतःस्फोट (Implosion) होने की वजह से पनडुब्बी तबाह हो गई।
स्टॉकन रश, हामिश हार्डिग, पॉल हेनरी, शहजादा दाऊद और सुलेमान दाऊद ये सभी लोग टाइटन पनडुब्बी में बैठकर कनाडा के न्यूफाउंडलैंड से 16 जून को अपने सफर की शुरुआत की थी। 18 जून को ये अटलांटिक महासागर में उस जगह पहुंचे थे, जहां टाइटैनिक जहाज का मलबा है। उसके बाद से बाहरी दुनिया से इनका संपर्क टूट चुका था।
क्या होता है अंतःस्फोट ?
अंतःस्फोट की वजह से टाइटन पनडुब्बी के चिथड़े-चिथड़े होने की ख़बरे सामने आ रही है। लेकिन ये अंत:स्फोट है क्या? दरअसरल, जब भी कोई चीज अंदर से बाहर की तरफ फटती है तो उसे विस्फोट कहा जाता है। वहीं, अगर कोई चीज दबाव के चलते बाहर से अंदर की तरफ फटती है तो उसे अंतःस्फोट कहते हैं? समुद्र के अदर फोरेंसिक जांच के विशेषज्ञ टॉम मैडॉक्स ने बताया है कि टाइटन पनडुब्बी में कोई ढांचागत खामी थी, जिसके चलते वह पानी के बाहरी दबाव को झेल नहीं सकी और अंतःस्फोट (Implosion) हो गया।
वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद्र के अंदर किसी भी चीज पर पानी का दबाव बहुत ज्यादा (करीब चार-पांच हजार पौंड प्रति वर्ग इंच तक) होता है। अगर पनडुब्बी में कोई छोटी सी भी खामी होती है तो अंतःस्फोट होने के चांसेज ज्यादा हो जाते हैं। यह अंतःस्फोट मिली सेकेंड से भी कम समय में हो सकता है। यानी आपके पलक झपकने से कम समय में अंतःस्फोट हो सकता है। जानकार कह रहे हैं कि समुद्र के अतंर इतना तेज अंतःस्फोट हुआ होगा कि पनडुब्बी में सवार यात्रियों को पलक झपकने का भी समय नहीं मिला होगा।
डेड बॉडी मिलेगी या नहीं?
इस दर्दनारक हादसे में जिन पांच लोगों की मौत हुई है शायद ही उनकी डेड बॉडी मिल पाए। जानकारों का कहना है कि करीब 13 हजार फीट की गहराई में ये पनडुब्बी गई थी। इतनी गहराई में किसी भी वस्तु पर पानी का दबाव करीब 5600 पौंड प्रति वर्ग इंच तक हो सकता है। ऐसे में ये पता लगाना मुश्किल होगा की हादसा किस स्थान पर हुआ होगा। वैसे टाइटन के मलबा मिलने की गुंजाइश बहुत कम है।