नाइजीरिया के नाइजर नदी में दर्दनाक हादसा, नाव पलटने से 27 की मौत 100 लापाता

नाइजीरिया के उत्तरी हिस्से में नाइजर नदी में शुक्रवार को एक नाव पलटने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई. वहीं 100 से अधिक लोगों की लापाता होने की खबर हैं. इस नाव में लगभग 200 यात्री सवार थे, जिनमें अधिकतर महिलाएं थी. हादसा उस समय हुआ जब नाव कोगी राज्य से नाइजर राज्य की ओर जा रही थी.  

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

शुक्रवार को उत्तरी नाइजीरिया में नाइजर नदी के किनारे खाद्य बाजार ले जा रही एक नाव के पलट जाने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई. वहीं 100 से अधिक लोग लापता हो गए, जिनमें अधिकतर महिलाएं शामिल है. नाइजर राज्य आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता इब्राहिम औदु ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि नाव पर लगभग 200 यात्री सवार थे, जो कोगी राज्य से पड़ोसी राज्य नाइजर जा रही थी, जब यह पलट गई.

कोगी राज्य आपातकालीन सेवाओं की प्रवक्ता सैंड्रा मूसा के अनुसार, बचाव दल शुक्रवार शाम तक नदी से 27 शव निकालने में सफल रहे, जबकि स्थानीय गोताखोर अभी भी अन्य की तलाश कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि घटना के लगभग 12 घंटे बाद भी कोई जीवित नहीं मिला.

12 घंटे बाद भी नहीं मिला कोई जीवित व्यक्ति

कोगी राज्य आपातकालीन सेवाओं की प्रवक्ता सैंड्रा मूसा ने बताया कि अब तक 27 शव नदी से निकाले जा चुके हैं. बचाव अभियान जारी है, लेकिन घटना के 12 घंटे बाद तक कोई भी जीवित व्यक्ति नहीं मिला है. अधिकारियों ने नाव के पलटने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं किया है. हालांकि, स्थानीय मीडिया के अनुसार, नाव पर अधिक भीड़ होना इस दुर्घटना की मुख्य वजह हो सकती है. नाइजीरिया के दूरदराज के क्षेत्रों में सड़कों की कमी के चलते लोग जल परिवहन पर निर्भर रहते हैं, जहां अक्सर नावों पर क्षमता से अधिक यात्री सवार कर लिए जाते हैं.  

नियमों की अनदेखी और सुरक्षा उपायों की कमी

नाइजीरिया की राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के प्रभारी जस्टिन उवाज़ुरुओनी ने बताया कि इस घटना के बाद नाव का पता लगाने में घंटों लग गए. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं जल परिवहन में सुरक्षा उपायों और नियमों के कमजोर क्रियान्वयन के कारण आम हो गई हैं.  

बता दें कि अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश नाइजीरिया में ऐसी घातक घटनाएं चिंता का विषय बनती जा रही हैं, क्योंकि अधिकारी जल परिवहन के लिए सुरक्षा उपायों और नियमों को लागू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

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30 November 2024, 08:25 AM IST

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