'अमेरिका के टैरिफ की धमकी हम कभी नहीं स्वीकार करेंगे'– ट्रंप की 50% Tariff पर चीन ने दी कड़ी चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी जिससे व्यापारिक तनाव और बढ़ गया है. चीन ने इसे एकतरफा और गलत बताते हुए कड़े कदम उठाने की बात कही है. अब सवाल यह है कि क्या यह टैरिफ वैश्विक व्यापार को प्रभावित करेंगे और क्या दोनों देशों के बीच नया व्यापार युद्ध छिड़ सकता है? जानें पूरी कहानी!

Trump's 50% Tariff Threat: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 60 देशों पर व्यापारिक प्रतिबंधों के साथ ही चीन पर 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है, जिसके बाद चीन ने भी कड़ा जवाब देने की तैयारी कर ली है. इस धमकी ने वैश्विक व्यापारिक माहौल में भारी तनाव पैदा कर दिया है.
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने इस प्रस्तावित टैरिफ को पूरी तरह से नाजायज बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है. मंत्रालय ने साफ कहा है कि अगर अमेरिका अपनी इस नीति पर अड़ा रहता है, तो चीन अपने हितों की रक्षा करने के लिए जवाबी कदम उठाएगा.
ट्रंप की धमकी और चीन का कड़ा रुख
बीजिंग ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि यदि अमेरिका ने 50% टैरिफ लगाने की योजना को आगे बढ़ाया, तो चीन इसका डटकर सामना करेगा. चीन का कहना है कि अमेरिकी टैरिफ 'एकतरफा धमकी' है और इसे चीन किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेगा. इसके साथ ही चीन ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह किसी भी जवाबी कदम के लिए पूरी तरह से तैयार है, जो उसकी संप्रभुता और सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा.
ट्रंप का सोशल मीडिया से धमकी देना
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर पोस्ट करते हुए चीन को 8 अप्रैल, 2025 तक व्यापारिक दुरुपयोगों को वापस न लेने पर 50% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है. अगर यह टैरिफ लागू होते हैं, तो अमेरिकी शुल्क 104 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा, जो सीधे तौर पर चीनी आयातों को प्रभावित करेगा. इससे अमेरिकी बाजार में चीनी सामान की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे उपभोक्ताओं पर भी बोझ पड़ेगा.
बाजार की चिंता और वैश्विक असर
ट्रंप की इस धमकी से न केवल अमेरिकी बल्कि वैश्विक वित्तीय बाजारों में भी चिंता का माहौल है. व्यापारिक नेताओं और विश्लेषकों का कहना है कि अगर यह कदम बढ़ाया जाता है, तो इससे सिर्फ अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ सकती हैं, बल्कि चीन भी दूसरे देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने पर मजबूर हो सकता है. चीन के पास अब अपने उत्पादों के लिए नए बाजारों की तलाश करने का विकल्प भी खुल जाएगा.
क्या नया व्यापार युद्ध आ रहा है?
ट्रंप और चीन दोनों के रुख को देखते हुए व्यापार युद्ध की संभावना बढ़ गई है. दोनों देश अपनी-अपनी संप्रभुता और आर्थिक हितों की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. अगर यह तनाव बढ़ता है, तो वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका नकारात्मक असर पड़ेगा, खासकर जब दुनिया पहले ही मंदी के संकेतों से जूझ रही है.
क्या होगा वैश्विक व्यापार का भविष्य?
चीन और अमेरिका के बीच इस बढ़ते व्यापारिक तनाव से साफ हो रहा है कि व्यापार युद्ध एक लंबी और कठिन प्रक्रिया बन सकता है. दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में खटास आने से वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मच सकती है. अगर अमेरिका अपनी टैरिफ नीति को लागू करता है, तो यह चीन के साथ-साथ दुनिया भर के उपभोक्ताओं को प्रभावित करेगा. चीन भी अपने जवाबी कदम के लिए तैयार है, और इसके परिणामस्वरूप एक नए और खतरनाक व्यापार युद्ध की संभावना बन सकती है.