ट्रंप ने ऊषा वेंस की ग्रीनलैंड यात्रा पर लगाई रोक, सामने आई यह वजह
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऊषा वेंस की ग्रीनलैंड यात्रा पर रोक लगा दी है. दरअसल, ऊषा वेंस ग्रीनलैंड की राजधानी नुउक का दौरा करने वाली थीं. लेकिन नुउक में उनके दौरे के भारी विरोध की संभावना के मद्देनजर यह फैसला किया है. अब ऊषा वेंस की जगह उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ग्रीनलैंड का दौरा करेंगे, जो अमेरिकी सैन्य अड्डे तक सीमित रहेगा.

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका का द्वतीय महिला ऊषा वेंस के गीनलैंड दौरे पर रोक लगा दी है. यह ऐसे समय हुआ है, जब ट्रंप ने ग्रीनलैंड पर कब्जा करने की योजना बनाई थी, लेकिन भारी विरोध के चलते ऊषा वेंस की अगुवाई में ग्रीनलैंड की राजधानी नुउक जाने वाले प्रतिनिधिमंडल पर रोक लगा दी है. दरअसल, जिस दिन उषा वेंस का ग्रीनलैंड दौरा था, उसी दिन भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई थी.
अमेरिका ने बदली योजना
हाई प्रोफाइल यात्रा और अमेरिका विरोधी भावना को ध्यान में रखते हुए व्हाइट हाउस ने योजना को पूरी तरह बदल दिया है. व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि अब प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व द्वितीय महिला उषा वेंस के बजाय उपराष्ट्रपति जेडी वेंस स्वयं करेंगे, लेकिन यह यात्रा केवल उत्तरी ग्रीनलैंड के पिटुफिक में स्थित अमेरिकी अंतरिक्ष और सैन्य अड्डे तक ही सीमित रहेगी.
विरोध के बीच ऊषा वेंस की यात्रा कैंसिल
पहले यह योजना थी कि ऊषा वेंस डॉग-स्लेज रेस के लिए रवाना होने से पहले ग्रीनलैंड की राजधानी नुउक का दौरा करेंगी. उनके साथ अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्स और अमेरिकी ऊर्जा सचिव क्रिस राइट भी होंगे, जो अमेरिकी सैन्य अड्डे का भी दौरा करेंगे. यह योजना अब उन रिपोर्टों के बीच रद्द कर दी गई है कि ग्रीनलैंड अमेरिकी द्वितीय महिला के स्वागत का भारी विरोध हो रहा था.
ग्रीनलैंड के कार्यवाहक सरकार प्रमुख म्यूट एगेडे ने उषा वेंस की यात्रा को अमेरिका द्वारा उकसावे की कार्रवाई करार दिया. ग्रीनलैंड के प्रधान मंत्री ने कहा कि हाल ही तक हम अमेरिकियों पर भरोसा कर सकते थे, जो हमारे सहयोगी और दोस्त थे और जिनके साथ हम बहुत निकटता से काम करने का आनंद लेते थे, लेकिन वह समय बीत चुका है.
डेनमार्क ने भी किया ग्रीनलैंड का सपोर्ट
यहां तक कि डेनमार्क के प्रधानमंत्री ने भी इस यात्रा को वाशिंगटन द्वारा डाला जा रहा अस्वीकार्य दबाव बताया था. यह व्हाइट हाउस द्वारा संशोधित योजनाओं की घोषणा से कुछ घंटे पहले की बात है. आर्कटिक क्षेत्र के द्वीप पर कब्ज़ा करने की ट्रंप की योजना के बीच कोपेनहेगन और वाशिंगटन के बीच विवाद सार्वजनिक रूप से सामने आया, जिसके लिए उन्होंने बल प्रयोग से इनकार नहीं किया है.
नए फैसले का वेलकम
डेनमार्क ने वाशिंगटन के नए फैसले का स्वागत किया है. डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन ने स्थानीय प्रसारक डीआर से कहा कि मुझे लगता है कि यह बहुत सकारात्मक है कि अमेरिकियों ने ग्रीनलैंडिक सोसायटी का दौरा रद्द कर दिया है. इसके बजाय, वे अपने स्वयं के बेस, पिटुफिक का दौरा करेंगे, और हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है."
हालांकि, हर कोई इससे सहमत नहीं है. अभी भी कई लोग हैं जो महसूस करते हैं कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वाशिंगटन ने दीवार पर लिखा हुआ देख लिया था - कि ग्रीनलैंड में उनका स्वागत नहीं है. कोपेनहेगन में डेनिश संसद के सदस्य कर्स्टन होंग ने कहा कि सिसिमिउट शहर में डॉग-स्लेज रेस और राजधानी नुउक की यात्रा न करने का अमेरिका का फैसला आवश्यकता के चलते लिया गया लगता है.