सिग्नल चैट विवाद के बीच ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का किया बचाव, कहा- 'वाल्ट्ज को माफी मांगने की जरूरत नहीं'
Trump on Signal chat controversy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें माफी मांगने की जरूरत नहीं है. यह विवाद तब सामने आया जब एक पत्रकार गलती से सिग्नल चैट ग्रुप में जोड़ दिया गया, जिसमें यमन में हौथी ठिकानों पर हमले की योजनाएं साझा की गई थीं.

Trump on Signal chat controversy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के बचाव में उतरते हुए कहा कि उन्हें माफी मांगने की जरूरत नहीं है. यह बयान उस समय आया है जब ट्रंप प्रशासन को एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप सिग्नल के उपयोग को लेकर विवादों का सामना करना पड़ रहा है. यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक पत्रकार गलती से एक गुप्त ग्रुप चैट में जोड़ दिया गया, जिसमें यमन में हौथी ठिकानों पर हमले की योजनाएं साझा की गई थीं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट किया कि 18 सदस्यीय इस ग्रुप चैट में कोई गोपनीय जानकारी साझा नहीं की गई थी. इस चैट में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और रक्षा सचिव पीट हेगसेथ सहित अन्य उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल थे. उन्होंने वाल्ट्ज को एक "बेहद अच्छा इंसान" बताते हुए कहा कि वह अपना काम ईमानदारी से कर रहे हैं और उन्हें इस मुद्दे पर माफी मांगने की जरूरत नहीं है.
सिग्नल चैट विवाद पर ट्रंप
राष्ट्रपति ट्रंप ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "मुझे नहीं लगता कि वाल्ट्ज को माफी मांगनी चाहिए. वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं. यह तकनीक हमेशा सही नहीं होती, और शायद हम इसे दोबारा इस्तेमाल नहीं करेंगे, कम से कम निकट भविष्य में तो नहीं." इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया कि व्हाइट हाउस इस मुद्दे पर कोई कठोर कार्रवाई करने के मूड में नहीं है.
वाल्ट्ज ने ली पूरी जिम्मेदारी
फॉक्स न्यूज से बातचीत में माइक वाल्ट्ज ने इस विवाद को "शर्मनाक" बताया और कहा कि वह इसकी "पूरी जिम्मेदारी" लेते हैं. उन्होंने यह भी माना कि सिग्नल चैट ग्रुप का निर्माण उन्होंने ही किया था. हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उनके फोन में पत्रकार जेफरी गोल्डबर्ग की संपर्क जानकारी थी या उन्होंने जानबूझकर उन्हें ग्रुप में जोड़ा था. वाल्ट्ज ने कहा, "मैं उसे मैसेज नहीं करता, वह मेरे फोन पर नहीं था. और हम यह पता लगाने जा रहे हैं कि यह कैसे हुआ."
रक्षा सचिव की बर्खास्तगी की मांग
इस मामले ने कांग्रेस में भी हलचल मचा दी है. डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने ट्रंप प्रशासन की आलोचना करते हुए इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा है. सदन के अल्पसंख्यक नेता हकीम जेफ्रीस ने राष्ट्रपति को एक पत्र लिखकर रक्षा सचिव पीट हेगसेथ को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने लिखा, "रक्षा सचिव ने लापरवाही से बेहद संवेदनशील सैन्य योजनाओं का खुलासा किया. इसमें हमले का संभावित समय, लक्ष्य और इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों की जानकारी थी, जिसे गलती से एक पत्रकार को भी भेज दिया गया. यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है."