ट्रंप ने बढ़ाई भारतीयों की मुश्किलें! इमिग्रेशन पॉलिसी पर हुए सख्त, टॉम होमन-स्टीफन मिलर को दी खास जिम्मेदारी
USA News: टॉम होमन ने नियुक्ति के बाद ही अवैध रूप से रह रहे लोगों को वापस भेजने की बात कही है. इससे कई भारतीयों की टेंशन बढ़ गई है. हाल के वर्षों में गुजरात और पंजाब से ऐसे लोगों की संख्या बढ़ी है.
Donald Trump Latest News: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने वाले डोनाल्ड ट्रंप अब अपनी दूसरी पारी की तैयारियों में जुट गए हैं. भले ही उनका शपथ ग्रहण जनवरी 2025 में हो, लेकिन उन्होंने अपनी टीम बनानी शुरू कर दी है और हाल ही में कुछ अहम नियुक्तियां की हैं.
इस बार उनका खास ध्यान अमेरिका में अवैध प्रवास को रोकने पर है. चुनावी जीत के बाद अपने भाषण में भी उन्होंने इसी मुद्दे को उठाया था. इसलिए, वह ऐसे अधिकारियों को नियुक्त कर रहे हैं जो उनके सख्त इमिग्रेशन प्लान को लागू कर सकें. एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि ट्रंप की ये सख्त नीतियां वर्क वीजा पर अमेरिका में रहने वाले भारतीयों को भी प्रभावित कर सकती हैं.
किसे क्या जिम्मेदारी मिली है?
ट्रंप ने इमिग्रेशन और कस्टम एन्फोर्समेंट (ICE) के पूर्व प्रमुख टॉम होमन को "बॉर्डर जार" नियुक्त किया है. होमन हमेशा से सख्त बॉर्डर सुरक्षा के समर्थक रहे हैं. अब वह सीनेट, दक्षिणी और उत्तरी बॉर्डर, समुद्री सुरक्षा, और विमानन सुरक्षा की देखरेख करेंगे. इसके अलावा, उन्हें निर्वासन (deportation) का जिम्मा भी सौंपा गया है. होमन ने कहा है कि उनका उद्देश्य अमेरिका में सबसे बड़ा निर्वासन अभियान चलाना है, जिससे उनकी नियुक्ति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं.
गुजरात और पंजाब से अवैध प्रवास बढ़ा
हाल के सालों में गुजरात और पंजाब से बड़ी संख्या में लोग अवैध तरीके से अमेरिका पहुंच रहे हैं, खासकर मैक्सिको और कनाडा के रास्ते. होमन के सख्त इरादे सुनकर इन लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, और अब निर्वासन की प्रक्रिया में तेज़ी आने की संभावना है.
वीजा पर रहने वाले भारतीयों की भी बढ़ सकती है परेशानी
ट्रंप ने टॉम होमन के अलावा स्टीफन मिलर को अपनी नीति टीम का डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ बनाया है. मिलर पहले भी इमिग्रेशन नीतियों में कड़ा रुख अपनाते रहे हैं. उनकी नियुक्ति से यह संकेत मिलता है कि ट्रंप प्रशासन अब अवैध और वैध दोनों तरह के इमिग्रेशन पर सख्ती करेगा. इसका असर वीजा पर अमेरिका में रहने वाले भारतीयों पर भी पड़ सकता है. ट्रंप के पिछले कार्यकाल में मिलर ने इसी तरह की आक्रामक नीतियां अपनाईं थीं, जिनकी वजह से कई भारतीय परिवारों को समस्याओं का सामना करना पड़ा था.