शपथ से पहले ट्रंप का का मास्टर प्लान! खामेनेई को झुकाने के लिए कर रहे काम
President Donald Trump: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से निपटने के लिए खास रणनीति तैयारी की है, जिसमें मस्क से लेकर बेंजामिन तक शामिल हैं. इसके जरिए ट्रंप ना सिर्फ अरब से ईरान का प्रभुत्व खत्म करने की तैयारी में हैं बल्कि अली खामेनेई का तख्तापलट भी कर सकते हैं.
President Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप, जो जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं, ने ईरान के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया है और इसके लिए उन्होंने अपने करीबी सहयोगी एलन मस्क को जिम्मेदारी सौंपी है. ट्रंप ने ईरान से निपटने के लिए एक खास रणनीति बनाई है, जिसमें मस्क और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू जैसे प्रमुख लोग शामिल हैं. ट्रंप की योजना सिर्फ ईरान के प्रभुत्व को खत्म करने की नहीं है, बल्कि वह ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई का तख्तापलट भी करना चाहते हैं.
इजराइल की बमबारी जारी
इस समय इजराइल ने सीरिया और लेबनान में बमबारी तेज कर दी है. इजराइल के IDF (इजराइली डिफेंस फोर्स) के फाइटर जेट्स इन देशों की राजधानी पर भीषण हमले कर रहे हैं. यह सब तब हो रहा है जब अली खामेनेई के प्रमुख सलाहकार अली लारिजानी सीरिया में हैं और वहां उन्होंने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद से मुलाकात की. इसके बाद, वह लेबनान भी जाएंगे और वहां के प्रधानमंत्री से मिलेंगे. इस बीच, इजराइल ने दमिश्क और बेरूत में बमबारी शुरू कर दी है, जिसे ट्रंप की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
ट्रंप के 5 प्रमुख प्लान
डोनाल्ड ट्रंप की टीम ईरान को झुकाने के लिए 5 अलग-अलग योजनाओं पर काम कर रही है, ताकि अरब देशों में ईरान का प्रभाव खत्म किया जा सके. ये योजनाएं इस प्रकार हैं:
ईरान को अपनी शर्तों के तहत झुका देना
ईरान में बगावत को बढ़ावा देना
ईरान में सत्ता परिवर्तन कर कठपुतली सरकार बनाना
ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों को तबाह करना
ईरान के प्रॉक्सी संगठनों को खत्म करना
हालांकि, ट्रंप के लिए ईरान पर सीधे हमले करना फिलहाल मुश्किल है, क्योंकि गाजा युद्ध के कारण अरब देशों में अमेरिका के खिलाफ गुस्सा है. इसीलिए, ट्रंप फिलहाल सीधी जंग से बचते हुए ईरान को अपनी कड़ी शर्तों के जरिए दबाव में लाने की कोशिश कर रहे हैं.
एलन मस्क और ईरानी राजदूत की सीक्रेट मीटिंग
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एलन मस्क ने ईरानी राजदूत आमिर सईद से न्यू यॉर्क में एक सीक्रेट मीटिंग की. इस मीटिंग में दोनों ने ईरान और अमेरिका के बीच तनाव को कम करने के तरीकों पर चर्चा की. राजदूत ने ईरान पर लगे प्रतिबंधों को खत्म करने की बात की, लेकिन मस्क ने साफ कर दिया कि अगर ईरान ने ट्रंप की शर्तों को नहीं माना, तो अमेरिका ईरान पर और कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा सकता है. साथ ही, मस्क ने यह भी कहा कि अमेरिका ईरान को न्यूक्लियर हथियार बनाने नहीं देगा.
ईरानी प्रॉक्सी को खत्म करने की कोशिश
ट्रंप के सलाहकारों का मानना है कि ईरान की स्थिति अब पहले जैसी नहीं रही, खासकर उसके प्रॉक्सी संगठनों की वजह से. ईरान इन संगठनों का खुलेआम इस्तेमाल कर रहा है, जिनमें हिज्बुल्लाह प्रमुख है. ट्रंप की योजना इन प्रॉक्सी संगठनों को खत्म करने की है. माना जा रहा है कि यह संदेश बेंजामिन नेतन्याहू तक भी पहुंच चुका है, और उन्होंने हिज्बुल्लाह के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. इस कड़ी में, IDF ने सीरिया में हिज्बुल्लाह के हथियार डिपो और हथियारों की सप्लाई रूट्स को निशाना बनाया है. इस प्रकार, ट्रंप की टीम ईरान के खिलाफ कई मोर्चों पर काम कर रही है, ताकि उसे पूरी तरह से दबाया जा सके.