ट्रम्प का बयान, अमेरिका अब 'कोड़े मारने की चौकी' नहीं, चीन ने हथियारों पर टैरिफ लगाने के खिलाफ दी चेतावनी
राष्ट्रपति ट्रम्प ने चीनी वस्तुओं पर लगाए गए नए टैरिफ़ का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम अनुचित व्यापार प्रथाओं को समाप्त करने के लिए उठाया गया है. इसके जवाब में, चीन ने भी समान टैरिफ़ लगाए और अमेरिका को चेतावनी दी कि व्यापार को हथियार के रूप में इस्तेमाल न किया जाए. इस सबके बीच, तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को चीन से आयातित वस्तुओं पर भारी टैरिफ लगाने के अपने फैसले का बचाव किया. उन्होंने कहा कि अमेरिका वैश्विक व्यापार में अब तक "मूर्ख और असहाय कोड़े खाने वाली चौकी" बनकर रह गया था, लेकिन अब यह स्थिति बदलने जा रही है. उनका यह बयान उस समय आया है जब चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी थी कि वह टैरिफ को एक आर्थिक "हथियार" के रूप में इस्तेमाल करने से बचे, क्योंकि इससे दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार तनाव और बढ़ सकता है.
आर्थिक गिरावट को पलटने के लिए कड़ी मेहनत
ट्रंप ने कहा कि चीन को अमेरिका से कहीं अधिक नुकसान हुआ है, यहां तक कि इससे भी ज्यादा. उन्होंने और कई अन्य देशों ने हमारे साथ बहुत बुरा व्यवहार किया है. हम गूंगे और असहाय 'कोड़े खाने वाले' रहे हैं, लेकिन अब और नहीं. उन्होंने यह भी कहा कि उनका प्रशासन वर्षों से चली आ रही आर्थिक गिरावट को पलटने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है.
अमेरिकी वस्तुओं पर अतिरिक्त 34 प्रतिशत टैरिफ
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने कदम का समर्थन करते हुए यह भी कहा कि उनका उद्देश्य अमेरिका को व्यापारिक मामलों में मजबूती प्रदान करना है. इस सप्ताह की शुरुआत में, उन्होंने चीनी वस्तुओं पर अतिरिक्त 34 प्रतिशत टैरिफ लगाया, जिससे 2024 में चीन से आयात पर अमेरिकी शुल्क का कुल प्रतिशत 54 प्रतिशत तक पहुँच गया. इसके बाद, चीन ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए घोषणा की कि वह सभी अमेरिकी वस्तुओं पर अतिरिक्त 34 प्रतिशत टैरिफ लगाएगा. ये नए टैरिफ 10 अप्रैल से प्रभावी होंगे.
बीजिंग के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रम्प ने कहा कि चीन ने गलत कदम उठाया है, वे घबरा गए हैं. यह एक ऐसी चीज है जिसे वे सहन नहीं कर सकते. उन्होंने इस पूरी स्थिति को अमेरिका के लिए एक अवसर के रूप में देखा, जिससे व्यापार में अमेरिकी दबदबा बढ़ेगा.
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव चरम पर
वर्तमान में, अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव चरम पर है. दोनों देशों के बीच यह व्यापार गतिरोध न केवल उनके आर्थिक रिश्तों पर असर डाल रहा है, बल्कि यह वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव डाल सकता है. दोनों देशों के नेताओं के बीच यह विवाद कई महीनों से जारी है. इसके परिणामस्वरूप वैश्विक व्यापार में अस्थिरता और अनिश्चितता का माहौल बन चुका है.