क्यों रूस, कनाडा और उत्तर कोरिया बच गए ट्रंप के 2 अप्रैल के पारस्परिक टैरिफ से?

डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को अमेरिका के लिए एक नई टैरिफ योजना का ऐलान किया जिसमें कई देशों पर कड़े शुल्क लगाए गए. लेकिन कुछ देश जैसे कनाडा, रूस और उत्तर कोरिया को इस बार राहत मिल गई. जानिए आखिर क्यों ये देश ट्रंप के इस फैसले से बच गए और कौन से देशों को भारी टैरिफ का सामना करना पड़ेगा!

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Edited By: Aprajita

Trump Shocking Move: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को अपने व्यापक पारस्परिक टैरिफ की घोषणा की और इस दौरान कहा कि 'हमारे देश को अन्य देशों द्वारा लूटा गया, बलात्कार किया गया. ट्रंप का यह बयान उनके व्यापारिक रुख को दर्शाता है, जहां उन्होंने अन्य देशों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की बात की. हालांकि, कनाडा, मैक्सिको, रूस और उत्तर कोरिया को इस बार ट्रंप के 2 अप्रैल के पारस्परिक टैरिफ से राहत मिली.

कनाडा और मैक्सिको पर राहत, लेकिन पूरी तरह से नहीं

कनाडा और मैक्सिको को ट्रंप के नए पारस्परिक टैरिफ से बाहर रखा गया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें पूरी तरह से राहत मिल गई है. दरअसल, इन देशों से आयात पर पहले से लागू शुल्क को बरकरार रखा गया है. कनाडा पर 25% फेंटानिल-संबंधी शुल्क और ऊर्जा तथा पोटाश पर 10% शुल्क पहले से ही लागू है. मैक्सिको पर भी अलग-अलग शुल्क लगाए गए थे. साथ ही, अगर दोनों देश किसी समझौते पर पहुंचते हैं तो उन्हें ट्रंप के नवीनतम आधार दरों का सामना करना पड़ेगा.

रूस और उत्तर कोरिया पर क्यों नहीं लागू होगा टैरिफ?

रूस और उत्तर कोरिया को ट्रंप के 2 अप्रैल के पारस्परिक टैरिफ की लिस्ट से बाहर रखा गया है. व्हाइट हाउस का कहना है कि इन देशों को पहले से ही अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है, जो किसी भी सार्थक व्यापार को रोकने के लिए पर्याप्त हैं. इन देशों पर यह टैरिफ लागू करने का कोई मतलब नहीं बनता, क्योंकि वे पहले से ही व्यापार प्रतिबंधों के दायरे में हैं.

कौन-कौन से देशों पर लगाए गए टैरिफ?

अमेरिका ने कई देशों पर अलग-अलग पारस्परिक टैरिफ लगाए हैं. भारत पर 26%, यूरोपीय संघ पर 20%, वियतनाम पर 46%, जापान पर 24%, दक्षिण कोरिया पर 25%, ताइवान पर 32% और थाईलैंड पर 36% टैरिफ लागू किए गए हैं. इसके अलावा, चीन पर 34% टैरिफ लगाने का फैसला लिया गया है, जिससे अमेरिका और चीन के बीच व्यापार में तनाव और बढ़ सकता है. ट्रंप का कहना है कि यह टैरिफ उनके द्वारा फरवरी में अमेरिकी फेंटानिल संकट पर लगाए गए 20% टैरिफ के साथ मिलकर कुल 54% हो जाएगा.

चीन पर बड़ा असर, 60% टैरिफ की धमकी

चीन पर ट्रंप का विशेष ध्यान है, क्योंकि चीन अमेरिका के साथ सबसे बड़ा व्यापार अधिशेष रखता है. ट्रंप ने 2024 के चुनाव अभियान में वादा किया था कि वह चीन पर 60% टैरिफ लगाएंगे. इससे यह साफ है कि चीन के खिलाफ उनका रुख और भी कड़ा हो सकता है, जो अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध को और बढ़ा सकता है.

क्या इन टैरिफों से अमेरिका को फायदा होगा?

ट्रंप के इस कदम से अमेरिका को घरेलू उत्पादों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, लेकिन इसका प्रभाव अन्य देशों के साथ अमेरिका के व्यापार पर भी पड़ेगा. अमेरिका ने जिन देशों पर टैरिफ लगाए हैं, वे अब इस कदम का जवाब देने की तैयारी में हैं. ऐसे में, यह देखा जाएगा कि ट्रंप के टैरिफ फैसले अमेरिका के व्यापार संबंधों पर किस तरह का असर डालते हैं.

डोनाल्ड ट्रंप का यह कदम वैश्विक व्यापार में एक बड़ा बदलाव ला सकता है. कनाडा, मैक्सिको और अन्य देशों से आने वाले सामान पर पहले से लागू शुल्क की वजह से उन्हें इस बार राहत मिली है, लेकिन क्या यह स्थिति आगे भी बनी रहेगी? क्या अमेरिका को इन टैरिफों से लाभ मिलेगा? यह सवाल अभी भी अनसुलझा है और आने वाले समय में इन फैसलों के परिणाम सामने आएंगे.

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03 April 2025, 09:47 AM IST

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