बिटकॉइन 78,000 डॉलर से नीचे गिरा, ट्रंप के टैरिफ़ के कारण क्रिप्टो बाजार में हलचल

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ़ हमलों के कारण क्रिप्टो बाजार में तेज बिकवाली देखी गई. बिटकॉइन की कीमत 77,000 डॉलर तक गिर गई और इथेरियम भी नीचे आ गया. वैश्विक क्रिप्टो बाजार में भारी गिरावट आई जिससे निवेशकों में डर फैल गया. लेकिन क्या यह गिरावट जल्द ठीक हो सकती है? क्या ट्रंप के टैरिफ़ का असर सिर्फ क्रिप्टो तक सीमित रहेगा? जानने के लिए पूरी खबर पढ़ें!

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Edited By: Aprajita

Trump Tariff Tsunami: क्रिप्टो बाजार में 7 अप्रैल को भारी बिकवाली देखने को मिली, जिससे बिटकॉइन की कीमत 77,000 डॉलर तक गिर गई. इस गिरावट के पीछे प्रमुख कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्डट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ़ थे, जिन्होंने वैश्विक वित्तीय बाजारों को प्रभावित किया. एशिया में भी क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें गिरने लगीं, जिससे निवेशक जोखिम कम करने के लिए क्रिप्टो assets को बेचने लगे.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक,ट्रंप के टैरिफ़ युद्ध का असर 7 अप्रैल को क्रिप्टोकरेंसी के बाजार पर पड़ा और क्रिप्टो की कीमतों में तेज गिरावट आई. बिटकॉइन, जो पहले 80,000 डॉलर के पास था, अब 77,077 डॉलर पर आ गया. वहीं, इथेरियम की कीमत भी 1,538 डॉलर के निचले स्तर तक गिर गई.

बिकवाली का दबाव और बाजार में गिरावट

कॉइनग्लास के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में लगभग 745 मिलियन डॉलर के क्रिप्टो दांव बेचे गए, जो लगभग छह हफ्तों में सबसे अधिक बिकवाली थी. इस भारी बिकवाली ने क्रिप्टो बाजार में जोखिम-रहित भावना पैदा की है.ट्रंप के टैरिफ़ के बाद वैश्विक क्रिप्टो बाजार का पूंजीकरण 6.59 प्रतिशत घटकर 2.5 ट्रिलियन डॉलर हो गया. हालांकि, बिटकॉइन अभी भी बाजार में 62.52 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बना हुआ है.

विशेषज्ञों की राय

डिजिटल एसेट्स ब्रोकरेज फाल्कनएक्स के एपीएसी डेरिवेटिव्स प्रमुख, सीन मैकनल्टी ने कहा कि "बिकवाली का दबाव जारी रह सकता है, क्योंकि पुट के लिए तिरछापन बढ़ रहा है." उन्होंने बिटकॉइन और इथेरियम के लिए प्रमुख समर्थन स्तरों को क्रमशः 75,000 डॉलर और 1,500 डॉलर के आसपास बताया.

बाजार में आगे क्या होगा?

पैनटेरा कैपिटल के जनरल पार्टनर, कॉस्मो जियांग ने कहा, 'टैरिफ़ द्वारा जो गिरावट आई है, वह हमारे आर्थिक मुद्दों के कारण नहीं है. इसे कृत्रिम रूप से लागू किया गया था और इसे हटाया जा सकता है अगरट्रंप प्रशासन को लगता है कि उसने दूसरे देशों से रियायतें प्राप्त कर ली हैं.' हालांकि, फिलहाल क्रिप्टो बाजार में अस्थिरता बनी हुई है और निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं. इन घटनाक्रमों के बीच क्रिप्टोकरेंसी की भविष्यवाणी करना मुश्किल है लेकिन ट्रंप के टैरिफ़ और वैश्विक आर्थिक प्रभावों को देखते हुए इस क्षेत्र में हलचल बनी रहेगी.

क्रिप्टो बाजार में और गिरावट का खतरा?

हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ़ से जुड़े मामलों को जल्द सुलझाया जा सकता है, लेकिन वर्तमान स्थिति में क्रिप्टो बाजार में और गिरावट की संभावना बनी हुई है. निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जोखिम कम करने के लिए सतर्क रहें और ध्यान से स्थिति का आकलन करें.

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07 April 2025, 09:21 AM IST

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