न्याय दो..' तुर्की में इमामोग्लू की गिरफ्तारी से हड़कंप, सड़कों पर उतरे हजारों लोग
तुर्की में इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी से देशभर में राजनीतिक तनाव और विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. इमामोग्लू पर भ्रष्टाचार और आतंकवादी संगठनों से संबंध रखने के आरोप लगे हैं, जबकि कई लोग इसे राजनीतिक साजिश मानते हैं. गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने बैरिकेड लगा कर प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस, पानी की बौछार और रबर बुलेट्स का इस्तेमाल किया.

तुर्की में इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी को लेकर देशभर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें भी देखी गईं, जहां पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया. हजारों लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया.
प्रशासन पर आरोप लग रहे हैं कि इमामोग्लू की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है और यह राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के मुख्य विपक्षी प्रतिद्वंद्वी को 2028 के चुनाव से बाहर करने की साजिश है. हालांकि, सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि तुर्की की न्याय प्रणाली स्वतंत्र है.
मेयर इमामोग्लू पर लगे गंभीर आरोप
इमामोग्लू को बुधवार तड़के उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था. उन पर वित्तीय अपराधों और प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (PKK) से संबंध रखने के आरोप लगाए गए हैं. शनिवार को उन्हें करीब पांच घंटे तक पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया. इससे पहले शुक्रवार को भ्रष्टाचार के आरोपों में चार घंटे की पूछताछ की गई थी. उन्होंने इन सभी आरोपों को खारिज किया और इसे राजनीति से प्रेरित बताया.
तुर्की में एक दशक के सबसे बड़े विरोध प्रदर्शन
इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद तुर्की के कई शहरों में लोग सड़कों पर उतर आए. इस्तांबुल में सिटी हॉल और मुख्य चौक पर हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए और मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इमामोग्लू की गिरफ्तारी लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश है.
शनिवार रात, पुलिस ने 323 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया. गृह मंत्री अली यर्लिकाया ने कहा, "जो लोग समाज की शांति और सुरक्षा को खतरे में डालना चाहते हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी."
राष्ट्रपति एर्दोगन ने विपक्ष पर साधा निशाना
राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (CHP) पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी भ्रष्ट नेताओं का बचाव कर रही है और देश में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता जनता को गुमराह कर रहे हैं और तुर्की की स्थिरता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
विपक्षी पार्टी का बड़ा ऐलान
इमामोग्लू की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब रविवार को CHP पार्टी का राष्ट्रपति पद के लिए प्राथमिक चुनाव होने वाला था. विपक्षी नेता ओज़ेल ने घोषणा की है कि यह चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार होगा, जिसमें 1.5 मिलियन से अधिक प्रतिनिधि वोट डालेंगे. इसके अलावा, विपक्ष ने देशभर में प्रतीकात्मक मतदान आयोजित करने का आह्वान किया है ताकि इमामोग्लू के समर्थन में जनता की एकजुटता दिखाई जा सके. इमामोग्लू ने एक ट्वीट में जनता से अपील की, "मतदान केंद्रों की रक्षा करें, वे आपकी लोकतांत्रिक शक्ति से डरते हैं." उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को "तख्तापलट" करार दिया और सरकार पर न्याय व्यवस्था का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया.
तुर्की में बढ़ता असंतोष
इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद तुर्की में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती जा रही है. विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर इस्तांबुल प्रशासन ने 26 मार्च तक सार्वजनिक सभाओं और रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, वाहनों की आवाजाही पर भी सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं ताकि प्रदर्शनकारियों को एकत्र होने से रोका जा सके. तुर्की में हालात लगातार गंभीर बने हुए हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सरकार जनता के दबाव में आकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करेगी या फिर प्रदर्शन और तेज़ होंगे.