Turki Parliaments: तुर्की की संसद में शुक्रवार (16 अगस्त, 2024) को पक्ष-विपक्ष में जमकर हाथापाई हुई है. इस दौरान की वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आई है जिसमें सांसदों को लड़ते हुए देखा जा सकता है. तुर्की के संसद में यह हंगामा उस वक्त हुआ जब जेल में बंद विपक्षी सांसद कैन अताले की विधानसभा में वापसी पर चर्चा हो रही थी. सत्तारूढ़ पार्टी को "आतंकवादी संगठन" करार दिए जाने के बाद राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की पार्टी के एक विधायक ने हमला कर दिया. इसके बाद दोनों पक्ष के सांसदों में हाथापाई शुरू हो गई. हाथापाई के दौरान, एक महिला विधायक घायल हो गई वहीं एक अन्य विपक्षी सदस्य को भी चोटें आईं है.
इस दौरान की कई वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें सत्तारूढ़ एकेपी पार्टी के सांसदों को सिक पर हमला करने के लिए दौड़ते हुए दिखाया गया है. वहीं दर्जनों लोग भी इस हाथापाई में शामिल दिखाई दे रहे हैं जिनमें से कुछ लोग लड़ाई को रोकते हुए नजर आ रहे हैं.
एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिस सांसद पर सबसे पहले हमला हुआ उसकी पहचान अहमत सिक के रूप में हुई है वहीं जिसने उन पर हमला किया वो राष्ट्रपति एर्दोगन की पार्टी के सांसद हैं. दरअसल, ये हमला तब हुआ जब सिक अपनी पार्टी के सांसद के बारे बोल रहे थे कि उन्हें राजनीति से प्रेरित होकर जेल में डाला गया. सिक ने इस दौरान राष्ट्रपति एर्दोगन की पार्टी को आतंकवादी संगठन बताया जिसके बाद संसद में बवाल मच गया. इसके बाद सिक और सांसद आल्पे ओजालान के बीच सीधी लड़ाई देखने को मिली. इन दोनों की हाथापाई में एक महिला सांसद गिर गई और खून निकलना शुरू हो गया.
दरअसल, तुर्किये की संसद में हाथापाई तब हुआ जब कैन अताले की विधानसभा में वापसी पर चर्चा को लेकर सिक ने अपनी बात रखी. सिक ने कहा कि हमें इस बात पर आश्चर्य नहीं है कि आप कैन अताले को आतंकवादी कहते हैं, ठीक वैसे ही जैसे आप उन सभी को कहते हैं जो आपका साथ नहीं देते. उन्होंने आगे कहा, "लेकिन सबसे बड़े आतंकवादी वे हैं जो इन सीटों पर बैठे हैं."
संसद भवन में इस तरह की हाथापाई को लेकर संसद ने टीआईपी के सिक को एकेपी के खिलाफ उनके बयानों के लिए फटकार लगा. साथ ही उन्होंने एकेपी के अल्पे ओजालान को भी सिक पर शारीरिक हमला करने के लिए फटकार लगाई है. इस घटना पर मुख्य विपक्षी दल सीएचपी नेता ने कहा कि यह "शर्मनाक" है. सीएचपी नेता ओजगुर ओज़ेल ने मीडिया से कहा, "सांसदों ने अन्य सांसदों, यहां तक कि महिलाओं को भी मुक्का मारा. यह अस्वीकार्य है."
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई बार तुर्की के संसद में इस तरह के झड़प देखने को मिले हैं. मैराथन संसद सत्र के दौरान साल 2015 में भी सत्ताधारी और विपक्ष के सांसदों ने एक-दूसरे पर जमकर लात-घूंसे बरसाए थे. यह झड़प तब शुरू हुई थी जब संसद में पुलिस की शक्ति बढ़ाने संबंधी विवादित विधेयक पर बहस चल रही थी. इसके अलावा जून में भी AKP सांसदों ने दक्षिण-पूर्वी तुर्की में कथित उग्रवादी संबंधों के लिए DEM पार्टी के मेयर को हिरासत में लेने और बदलने के मुद्दे पर कुर्द समर्थक DEM पार्टी के सांसदों के साथ हाथापाई की थी. First Updated : Saturday, 17 August 2024