क्या रूस के आगे झुकेंगे जेलेंस्की यूक्रेनी सैनिकों की बढ़ी मुश्किलें, जंग लड़ने के लिए बचा एक ही हथियार

Russia Ukraine War: रूस के हमले के बाद यूक्रेन सैनिकों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. फ्रंटलाइन पर तैनात यूक्रेनी सैनिक के लिए हथियारों का बड़ा संकट खड़ा हो गया है. एक कमांडर ने दावा किया कि कीव के पास लड़ने के लिए पैदल सैनिकों की कमी है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कितना समय बचा है.

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Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच ढाई साल से ज्यादा समय से जंग जारी है. रूस ने यूक्रेन के ऊपर मिसाइलों की बौछार करते हुए एक बड़े हमले की शुरूआत कर दी है. इस हमले के चलते यूक्रेन को भारी संख्या में सैनिकों की जान गंवानी पड़ी है, जिससे यह साफ होता है कि रूस की रणनीति लगातार सफल हो रही है. 

ड्रोन के सहारे मुकाबला, लेकिन नाकाम

यूक्रेनी कमांडर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यूक्रेनी सेना रूस के हमलों का मुकाबला करने के लिए ड्रोन का सहारा ले रही है, लेकिन यह रणनीति पूरी तरह नाकाम हो रही है. पूर्वी मोर्चे पर स्थिति बहुत गंभीर हो गई है. उन्होंने बताया कि पैदल सेना की कमी और ड्रोन की रणनीति के बावजूद, दुश्मन लगातार कमजोर क्षेत्रों में घुसपैठ कर रहा है. 

यूक्रेन को नए रंगरूटों की भर्ती में समस्याएं

यूक्रेनी बलों को फ्रंटलाइन पर तैनात करने के लिए नए रंगरूटों की भर्ती में भी समस्याएं आ रही हैं. सेलीडोव की रक्षा के लिए 300 नए रंगरूटों को भर्ती किया गया था, जिन्हें सीधे फ्रंटलाइन पर भेजा गया. इस स्थिति में कमांड की गलतियां भी सामने आ रही हैं, जिससे यूक्रेनी सैनिकों को और मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. 

यूक्रेनी सैनिकों की भयावह स्थिति

यूक्रेनी सैनिकों को तैनाती के बाद कई महीनों तक मोर्चे पर रहना पड़ता है, जबकि रूसी सैनिकों को रोटेशन पर भेजा जाता है और लगातार प्रशिक्षित किया जाता है. इसके अलावा, रूस की सेना ने युद्ध में क्रूरता की सभी सीमाएं पार कर दी हैं. हाल ही में 13 नवम्बर को पोक्रोवस्क के नजदीक एक गांव से आए एक वीडियो फुटेज ने इस क्रूरता को बयां किया है. 

रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेनी सैनिकों को गोली मारने की घटना

इस फुटेज में यूक्रेनी सैनिकों को बंदूक की नोक पर लेटने के लिए मजबूर किया जाता है, और एक सैनिक साफ तौर पर वीडियो में दिख रहा है, जो यूक्रेनी सैनिकों पर गोली चला रहा है. यह घटना युद्ध की भयावहता को और भी स्पष्ट करती है.  First Updated : Friday, 29 November 2024