दुनिया के अनोखे देश: जहां खुद जनता ही चलाती है शासन
दुनिया के हर देश की अपनी अनोखी पहचान होती है. हर देश में अलग-अलग नियम, कानून और परंपराएं होती हैं. कुछ देशों के रीति-रिवाज इतने अजीब होते हैं कि जानकर हैरानी होती है. ये विविधता ही दुनिया को रोचक और रंग-बिरंगा बनाती है.

दुनिया भर में ज्यादातर देशों की पहचान उनकी सरकार, संविधान और सेना से होती है. परंतु कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां न तो कोई स्थायी सरकार है और न ही कोई सेना. ये देश अपने अलग तरीकों से शांति और व्यवस्था बनाए रखते हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ अजब-गजब देशों के बारे में.
1. सैन मारिनो – दुनिया का सबसे पुराना गणराज्य
सैन मारिनो यूरोप में स्थित एक छोटा सा देश है. यह दुनिया का सबसे पुराना गणराज्य माना जाता है. यहां कोई स्थायी सेना नहीं है, केवल एक प्रतीकात्मक गार्ड होता है. इस देश की सरकार हर छह महीने में बदल जाती है और दो ‘कैप्टन रीजेंट्स’ मिलकर शासन चलाते हैं. सैन मारिनो का मानना है कि शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व से ही स्थिरता बनी रहती है.
2. आइसलैंड – सेना के बिना शांतिपूर्ण देश
आइसलैंड यूरोप का एकमात्र ऐसा देश है, जिसके पास अपनी कोई सेना नहीं है. यहां की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस और कोस्ट गार्ड निभाते हैं. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से आइसलैंड ने सैन्य बजट पर बिल्कुल भी खर्च नहीं किया है और यह आज भी दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में गिना जाता है.
3. लाइबेरलैंड – अनोखा माइक्रो नेशन
लाइबेरलैंड डेन्यूब नदी के किनारे स्थित एक छोटा सा इलाका है, जो क्रोएशिया और सर्बिया के बीच बसा है. 2015 में इसे एक स्वतंत्र राष्ट्र घोषित किया गया था, हालांकि इसे अभी तक कोई आधिकारिक मान्यता नहीं मिली है. यहां न कोई सरकार है और न ही कोई सेना. इसकी विचारधारा व्यक्तिगत स्वतंत्रता और न्यूनतम शासन पर आधारित है.
4. वेटिकन सिटी – दुनिया का सबसे छोटा देश
वेटिकन सिटी कैथोलिक चर्च का केंद्र है और यह दुनिया का सबसे छोटा देश भी है. यहां पोप शासन करते हैं, और यह देश पूरी तरह धार्मिक प्रशासन के अंतर्गत आता है. इसकी कोई सेना नहीं है, बल्कि स्विस गार्ड नामक एक छोटी सी सुरक्षा टुकड़ी पोप की रक्षा करती है.


