Israel Hamas War: गाजा में तत्काल युद्ध रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव को लगा झटका, अमेरिका ने किया वीटो
Israel Hamas War: संयुक्त राज्य अमेरिका ने सुरक्षा परिषद के उस मसौदा प्रस्ताव को वीटो कर दिया, जिसमें गाजा में तत्काल मानवीय युद्धविराम और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग की गई थी.
हाइलाइट
- गाजा में तत्काल युद्ध विराम का फैसला टला
- संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने किया वीटो
Israel Hamas War: यूएसए ने संयुक्त राष्ट्र के उस प्रस्ताव से वीटो पावर का इस्तेमाल कर दिया जिसमें तत्काल प्रभाव से गाजा में युद्ध रोकने और बिना शर्त के लोगों को रिहा करने की मांग की गई थी. इस रेजुलेशन में मतदान के दौरान कुल 14 मत डाले गए. जिसमें से 13 इसके पक्ष में पड़े और 1 वोट अमेरिका का यानि वीटो था. फिलहाल इस प्रस्ताव से यूके ने खुद को अलग करके रखा. वहीं, अमेरिका के वीटो करने पर हमास ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह अमानवीय और अनैतिक है.
मानवीय युद्धविराम पर यूएन को लगा झटका
प्रस्ताव को लेकर यूएन ने सोशल साइट एक्स पर जानकारी देते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने सुरक्षा परिषद के उस मसौदा प्रस्ताव को वीटो कर दिया जिसमें गाजा में तत्काल मानवीय युद्धविराम और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग की गई थी. लेकिन अमेरिका का स्पष्ट शब्दों में कहना है कि वह तत्काल प्रभाव से युद्ध रोकने के पक्ष में नहीं है. यूएन में यूएसए के राजदूत रॉबर्ट ए वुड ने कहा कि अगर तत्काल इस युद्ध को रोका जाता है तो यह नया बीज बोने से जैसा होगा.
#BREAKING United States vetoes Security Council draft resolution that would have demanded an immediate humanitarian ceasefire in Gaza, and immediate and unconditional release of all hostages
VOTE
In Favour: 13
Against: 1 (US)
Abstain: 1 (UK) pic.twitter.com/hY0YcJ1JKF— UN News (@UN_News_Centre) December 8, 2023
हमास नहीं चाहता शांति बनी रहे: USA
अमेरिकी राजदूत ने यूएन में कहा है कि तत्काल प्रभाव से युद्ध रोकने के पक्ष में अमेरिका नहीं है. क्योंकि हमास को शांति और दो राष्ट्रों के सिद्धांत में कोई दिलचस्पी नहीं है. अगर इजरायल एकतरफा इस युद्ध में सीजफायर करता है तो हमास भविष्य में भी ऐसे अपने कामों को लगातार अंजाम देता रहेगा.
गाजा हुआ पूरी तरह तबाह
वहीं, इजरायली सेना के हमले से गाजा पूरी तरीके से तबाह हो गया है, हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी के अनुसार फलिस्तीन में 17,487 लोग मारे जा चुके हैं. जिनमें ज्यादातर महिला और बच्चें शामिल हैं. साथ ही कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हैं.