Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध को दो हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है. इस संघर्ष में अब तक दोनों पक्षों के 6500 से ज्यादा लोग मारे गए है. इस बीच इजरायल-हमास संघर्ष को लेकर भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में अपना पक्ष रखा है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप-स्थाई प्रतिनिधि आर रविंद्र ने नागरिकों के जीवन को लेकर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि भारत बिगड़ती सुरक्षा स्थिति और जारी संघर्ष में आम लोगों के जीवन के बारे में चिंतित है. साथ ही भारत ने हमास के हमले की निंदा करते हुए इजरायल का समर्थन किया हैं.
दरअसल, हमास के हमले के बाद भारत ने इजरायल का समर्थन किया था. भारत ने कहा था कि आतंक के खिलाफ हम इजरायल के साथ खड़े हैं. लेकिन गजा में इजरायल की कार्रवाई में बड़ी संख्या में आम नागरिकों की जाने जा रही हैं. इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल है. ऐसे में अगर भारत की विदेश नीति की बात की जाए तो भारत का स्टैंड क्लीयर है कि आतंक के खिलाफ भारत इजरायल के साथ खड़ा है. साथ ही भारत ने हमेशा से फलस्तीन देश का समर्थन भी किया है.
संयुक्त राष्ट्र में राजदूत आर रविंद्र बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे, जिन्होंने निर्दोष लोगों के जीवन के बारे में चिंता जाहिर की और संवेदनाएं व्यक्त की. संकट के इस काल में भारत इस्राइल के साथ खड़ा है. आतंकियों का सामना करने वालों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं. उन्होंने कहा कि हमें दोनों पक्षों के नागरिकों खासतौर पर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के बारे में तो चिंतित होना ही चाहिए.
आर रविंद्र ने कहा, भारत इस्राइल के साथ खड़ा है और फलस्तीन के निर्दोष लोगों की चिंता करता है. भारत ने फलस्तीनी लोगों के लिए दवाइयों और खाद्य सामग्री सहित 38 टन मानवीय सहायता भेजी है. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा से दो देश के समाधान का समर्थन किया है. भारत चुनौतीपूर्ण समय में फलस्तीन के लोगों को मदद भेजना जारी रखेगा. भारत के राजदूत ने कहा कि अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में मध्य पूर्व की स्थिति पर अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र को खुद की रक्षा करने का अधिकार है और हमें इसकी पुष्टि करनी चाहिए. हम अपने लोगों की हत्या को बर्दाश्त नहीं कर सकते. ब्लिंकन ने हमास के हमले और मुंबई हमले में समानता बताई. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के सभी काम गैर कानूनी और अनुचित हैं. First Updated : Wednesday, 25 October 2023