अमेरिका स्थित भर्ती फर्म का हायरिंग मेमो लीक, चयन मानदंड देख इंटरनेट पर हंगामा!
अमेरिका स्थित एक भर्ती फर्म का हायरिंग मेमो इंटरनेट पर लीक हो गया, जिससे व्यापक आलोचना हुई. यह मेमो गलती से एक उम्मीदवार को भेजा गया था और इसके चयन मानदंड जल्दी ही वायरल हो गए. मेमो में उम्मीदवारों के लिए सख्त मानदंड और शर्तें शामिल थीं.

हाल ही में अमेरिका स्थित एक भर्ती फर्म का हायरिंग मेमो इंटरनेट पर लीक हो गया, जिससे व्यापक आलोचना हुई. यह मेमो गलती से एक उम्मीदवार को भेजा गया था और इसके चयन मानदंड जल्दी ही वायरल हो गए. मेमो में उम्मीदवारों के लिए सख्त मानदंड और शर्तें शामिल थीं, जिनकी सोशल मीडिया और इंटरनेट पर आलोचना की गई.
इस मेमो में केवल कुछ ही विश्वविद्यालयों से कंप्यूटर विज्ञान में स्नातक या मास्टर डिग्री वाले उम्मीदवारों को वरीयता दी गई थी. इसमें MIT, स्टैनफोर्ड, कार्नेगी मेलन, यूसी बर्कले, कैलटेक, UIUC, और वाटरलू विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों का उल्लेख किया गया. इसके अलावा, 4.0 GPA और 4-10 साल का सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट अनुभव भी अनिवार्य था. उम्मीदवारों को आधुनिक जावास्क्रिप्ट फ्रेमवर्क (जैसे टाइपस्क्रिप्ट, नोडजेएस, रिएक्टजेएस) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में दक्षता की आवश्यकता थी.
कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करना
इस ज्ञापन का सबसे विवादास्पद हिस्सा यह था कि इसमें कुछ बड़ी आईटी कंपनियों को काली सूची में डाला गया था. इसमें टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो, कॉग्निजेंट, सिस्को, एचपी, और डेल जैसी कंपनियों के पूर्व कर्मचारियों को अयोग्य ठहराया गया. इसके अलावा, मेमो में उन पेशेवरों को भी शामिल नहीं किया गया जो परामर्शदाता पृष्ठभूमि से थे या बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों में काम कर चुके थे.
वीज़ा प्रतिबंध और आलोचना
मेमो में एक और सख्त नीति थी—नो-वीजा प्रायोजन नीति, जिससे केवल अमेरिकी नागरिकों, स्थायी निवासियों और कनाडाई लोगों को ही आवेदन की अनुमति दी गई. इस नीति पर आलोचना करते हुए कहा गया कि यह कुशल अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों को बाहर रखता है और विविधता की कमी पैदा करता है.
नेटिज़ेंस की प्रतिक्रिया
Reddit पर लीक होने के बाद मेमो ने तुरंत ध्यान आकर्षित किया. कई नेटिज़ेंस ने अभिजात्यवाद और दिखावटीपन को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की. एक Reddit यूज़र ने कहा, "इसमें दिखावटीपन और अभिजात्यवाद ने मुझे बहुत परेशान कर दिया, और मैं इनमें से बहुत से मानदंडों को पूरा करता हूँ." इस मेमो ने अमेरिका के तकनीकी क्षेत्र में अभिजात्यवाद और भेदभाव की चर्चा को फिर से जीवित कर दिया है.