अमेरिका की बमबारी बेअसर, हूती ने फिर मार गिराया MQ-9 ड्रोन
अमेरिका की ताकतवर सेना और आधुनिक हथियार भी हूती जैसे छोटे संगठन को रोकने में नाकाम दिख रहे हैं. हालांकि हूती की मिसाइल इजराइल तक नहीं पहुंच पाई, लेकिन उसने एक और अमेरिकी ड्रोन गिरा दिया. अब तक हूती चार ड्रोन गिरा चुका है. राष्ट्रपति ट्रंप हूती की बढ़ती ताकत और अमेरिकी रणनीति पर इसके असर को देखकर बेहद हैरान और चिंतित हैं.

एक तरफ दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका, और दूसरी तरफ ईरान के समर्थन से चलने वाला हूती संगठन. जब अमेरिका ने लाल सागर में मोर्चा संभाला था, तब माना जा रहा था कि हूती जल्द ही चुप हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कई दिनों की बमबारी के बाद भी हूती लगातार हमले कर रहा है.
हाल ही में हूती ने इजराइल की ओर एक बैलिस्टिक मिसाइल छोड़ी, जो सऊदी अरब में गिर गई. वहीं, अमेरिका का एक और MQ-9 रीपर ड्रोन गिरा दिया गया. ये वही दौर है जब अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर USS हैरी एस ट्रूमैन लाल सागर में मौजूद है और उससे फाइटर जेट्स उड़ान भर रहे हैं.
अमेरिकी हमलों के बावजूद जवाबी हमला
हूती के ठिकानों पर अमेरिका ने कई दिनों तक हमले किए हैं. होदैयदा जैसे इलाकों में बमबारी से कई लोग घायल हुए हैं. अमेरिका ने हूती के कई ठिकाने और नेताओं को निशाना बनाया, लेकिन इसके बावजूद हूती ने चौथा अमेरिकी ड्रोन गिरा दिया है. 3 मार्च के बाद से अब तक चार ड्रोन गिराए जा चुके हैं.
हूती की चेतावनी और मिसाइल का खतरा
हूती संगठन ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि उन्होंने अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया और अब अमेरिका को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे. उन्होंने कहा कि उनके पास अमेरिका के फाइटर प्लेनों को भी निशाना बनाने की ताकत है. इस धमकी से सऊदी अरब और इजराइल दोनों सतर्क हो गए हैं.
अमेरिकी हमलों में घायल हुआ हूती नेता
बताया जा रहा है कि अमेरिका की बमबारी में हूती का एक बड़ा नेता महदी अल मशहत घायल हो गया है. ये हमला सना शहर में हुआ था. अमेरिकी सेना के मुताबिक 8 अप्रैल को हूती पर 10 से ज्यादा हवाई हमले किए गए थे.
ट्रंप भी हुए हैरान
हूती की ताकत देखकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी हैरान हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, वो अपनी सेना को और बड़ा एक्शन लेने का आदेश दे सकते हैं. वहीं हूती संगठन अब भी अमेरिका और इजराइल के खिलाफ अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए है.


