अमेरिका ने 2000 वीज़ा अपॉइंटमेंट रद्द किए, बॉट्स और फिक्सरों पर कसा शिकंजा!
अमेरिका ने भारत में 2,000 से ज्यादा वीज़ा अपॉइंटमेंट्स रद्द कर दिए हैं, जिससे वहां जाने की प्लानिंग कर रहे लोगों में हड़कंप मच गया है. अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि ये कार्रवाई 'धोखाधड़ी' को रोकने के लिए की गई है, लेकिन इसका असर उन लोगों पर भी पड़ सकता है जो ईमानदारी से वीज़ा अप्लाई कर रहे थे. पहले से ही लंबी वेटिंग झेल रहे भारतीयों के लिए यह एक और बड़ा झटका है. आखिर अमेरिका ने ये बड़ा फैसला क्यों लिया और आगे क्या होगा? पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें...

International News: अगर आप भी अमेरिका जाने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है! अमेरिका ने हाल ही में भारत में 2,000 से ज्यादा वीज़ा अपॉइंटमेंट्स को रद्द कर दिया है. इस फैसले ने उन लोगों की चिंता बढ़ा दी है जो पढ़ाई, नौकरी या घूमने के मकसद से अमेरिका जाना चाहते थे.
क्यों लिया अमेरिका ने ये बड़ा फैसला?
अमेरिकी दूतावास के मुताबिक, वीज़ा अपॉइंटमेंट्स में धांधली की गई थी. दूतावास ने "बुरे लोगों" यानी बॉट्स के जरिए की गई गड़बड़ियों को पकड़ा, जो फर्जी तरीके से अपॉइंटमेंट्स बुक कर रहे थे. इसे देखते हुए दूतावास ने इन सभी अपॉइंटमेंट्स को रद्द कर दिया और संबंधित खातों को निलंबित कर दिया.
Consular Team India is canceling about 2000 visa appointments made by bots. We have zero tolerance for agents and fixers that violate our scheduling policies. pic.twitter.com/ypakf99eCo
— U.S. Embassy India (@USAndIndia) March 26, 2025
अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर कहा, 'भारतीय वाणिज्य दूतावास की टीम लगभग 2,000 फर्जी वीज़ा अपॉइंटमेंट्स को रद्द कर रही है. हम एजेंट्स और दलालों के प्रति जीरो टॉलरेंस रखते हैं, जो हमारी शेड्यूलिंग नीतियों का उल्लंघन कर रहे हैं.'
पहले से ही लंबा था वीज़ा का इंतज़ार!
अमेरिका का वीज़ा पाना पहले ही आसान नहीं था. खासतौर पर बी1 (बिजनेस) और बी2 (टूरिज्म) वीज़ा के लिए 800 से 1,000 दिनों तक की लंबी वेटिंग थी. हालात को सुधारने के लिए अमेरिका ने भारतीयों को जर्मनी (फ्रैंकफर्ट) और थाईलैंड (बैंकॉक) में वीज़ा अपॉइंटमेंट्स का विकल्प दिया था, लेकिन अब यह धोखाधड़ी मामला सामने आने के बाद भारतीयों के लिए दिक्कतें और बढ़ सकती हैं.
भारत सरकार ने जताई थी चिंता
भारत सरकार पहले भी अमेरिकी वीज़ा प्रक्रिया की देरी को लेकर चिंता जता चुकी है. 2022 में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से इस मुद्दे पर बात की थी. इसके बाद, इस साल जनवरी में, उन्होंने फिर से वाशिंगटन में अमेरिकी प्रशासन से वीज़ा देरी पर नाराजगी जाहिर की थी.
छात्रों और नौकरीपेशा लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान
वीज़ा अपॉइंटमेंट्स कैंसल होने से खासकर छात्रों और नौकरी करने वालों को बड़ा झटका लग सकता है. पहले ही अमेरिका के वीज़ा स्वीकृति दर में गिरावट देखी जा रही थी और अब ये नई दिक्कतें भारतीयों के लिए अमेरिका जाने का रास्ता और मुश्किल बना सकती हैं. अमेरिका ने यह साफ कर दिया है कि वो वीज़ा प्रक्रिया को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए सख्त कदम उठा रहा है. लेकिन इस फैसले का असर उन लोगों पर भी पड़ेगा, जो ईमानदारी से वीज़ा अप्लाई कर रहे थे. अब देखना होगा कि अमेरिका इस मुद्दे को हल करने के लिए आगे क्या कदम उठाता है.