वॉशिंगटन: अमेरिका ने अवैध रूप से रह रहे भारतीयों के खिलाफ एक्शन का फैसला लिया है। होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका ने अवैध रूप से रहने वाले भारतीय नागरिकों को वापस भेजने के लिए एक चार्टर्ड उड़ान किराए पर ली है। इसमें भारत सरकार से भी सहयोग लिया गया है। होमलैंड सिक्योरिटी की उप सचिव क्रिस्टी ए कैनेगैलो ने कहा, 'अमेरिका में रहने के लिए कानूनी आधार के बिना भारतीय नागरिकों को हटाया जा सकता है। तस्करों के छूटे वादों में न फंसें'
उन्होंने जानकारी दी कि 22 अक्टूबर को भारत के लिए एक चार्टर उड़ान भेजी गई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका विभाग इमीग्रेशन कानूनों का कड़ाई से पालन करता रहेगा। जो लोग अवैध रूप से देश में प्रवेश करेंगे, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने बताया कि अवैध तरीके से देश में घुसने वाले लोगों को वापस भेजा जा रहा है और आगे ऐसे सख्त कानून बनाए जाएंगे, जिससे कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश न कर सके।
अब तक कितनी लोगों को भेजा गया वापस?
अवैध रूप से अमेरिका में घुसने को रोकने के लिए जून 2024 में एक नया नियम लागू किया गया है। इस नियम के लागू होने के बाद दक्षिण-पश्चिम सीमा पर बंदरगाहों के जरिए लोगों के आने में 55 फीसदी की कमी आई है। बयान में कहा गया कि वित्तीय वर्ष 2024 में होमलैंड सिक्योरिटी ने 160,000 से ज्यादा लोगों की नौकरी छीन ली और उन्हें उनके देश भेद दिया। अमेरिका ने जो लोग वहां गलत तरीके से रह रहे हैं उन्हों वापस भेजने के लिए भारत समेत 145 देशों के लिए 500 के करीब इंटरनेशनल उडाने शुरू की हैं।
इन देशों के लोगों को भी भेजा वापस
होमलैंड सिक्योरिटी ने कहा कि वह दुनिया भर की सरकारों के साथ काम कर रही है, ताकि देश अपने लोगों को वापस लें। DHS कमजोर प्रवासियों का शोषण करने वाले अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क का मुकाबला करते हुए कानूनी प्रक्रिया के बिना लोगों की वापसी सुनिश्चित करना चाहता है। हाल के महीनों में DHS ने कोलंबिया, इक्वाडोर, पेरू, मिस्र, मॉरिटानिया, सेनेगल, उज्बेकिस्तान और चीन समेतत कई देशों के लोगों को वापस भेजा है। First Updated : Saturday, 26 October 2024