अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन ने सरकारी फंडिंग कानून पर किया हस्ताक्षर, शटडाउन संकट टला
राष्ट्रपति जो बिडेन ने क्रिसमस से ठीक पहले एक अहम कानून पर हस्ताक्षर कर सरकारी बंद की आशंका को खत्म कर दिया है. यह विधेयक 14 मार्च तक मौजूदा वित्त पोषण को जारी रखते हुए आपदा राहत के लिए 100 बिलियन डॉलर और किसानों को 10 बिलियन डॉलर की कृषि सहायता प्रदान करता है.
Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने एक महत्वपूर्ण वित्त पोषण विधेयक पर हस्ताक्षर कर क्रिसमस के दौरान संभावित सरकारी बंद को टाल दिया. इस फैसले से कांग्रेस में रातभर चली तीखी बहस और कई दिनों की खींचतान समाप्त हुई. बता दें कि नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और टेक अरबपति एलन मस्क ने अंतिम समय पर रिपब्लिकन पर दबाव डालते हुए पहले के द्विदलीय वित्त पोषण समझौते को त्यागने के लिए मजबूर किया.
आपको बता दें कि ट्रम्प के हस्तक्षेप ने विधेयक को लेकर नाटकीयता बढ़ा दी. इसके बाद सांसदों ने समय सीमा से पहले नए समझौते पर सहमति बनाने की कोशिश की. वहीं बता दें कि बिडेन ने हस्ताक्षर के बाद कहा, ''यह समझौता दोनों पक्षों के बीच एक संतुलन का प्रतीक है. हालांकि, यह अरबपतियों के लिए कर कटौती के त्वरित मार्ग को खारिज करता है, जो रिपब्लिकन की प्राथमिक मांग थी.''
सरकारी बंद के संभावित परिणाम
वहीं आपको बता दें कि अगर यह विधेयक पारित नहीं होता, तो गैर-ज़रूरी सरकारी कामकाज ठप्प पड़ जाते. साथ ही 875,000 सरकारी कर्मचारियों को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा जाता और 1.4 मिलियन से अधिक कर्मचारियों को बिना वेतन के काम करना पड़ता. इसके अलावा, राष्ट्रीय पार्क और स्मारक जैसे कई पर्यटन स्थल बंद हो जाते.
मस्क और ट्रम्प के हस्तक्षेप पर सवाल
- एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस विधेयक की कई बार आलोचना की, जिससे डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स दोनों में नाराजगी बढ़ी.
- जॉर्जिया हाउस रिपब्लिकन रिच मैककॉर्मिक ने कहा, ''एलन मस्क के पास कांग्रेस में वोट का अधिकार नहीं है, लेकिन उनका प्रभाव ऐसा है जैसे वह नीति निर्धारण कर रहे हों.''
- डेमोक्रेट्स ने मस्क के चीन के साथ आर्थिक संबंधों और उनके हस्तक्षेप को लेकर सवाल उठाए हैं.
ट्रम्प की प्राथमिकताओं पर कांग्रेस का असहमति
बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने साफ कर दिया था कि वह अपनी प्राथमिकताओं को शामिल किए बिना वित्त पोषण विधेयक पारित नहीं होने देंगे. हालांकि, इस घटनाक्रम से यह भी स्पष्ट हुआ कि कांग्रेस में ट्रम्प का प्रभाव सीमित है.
कांग्रेस में अगले चरण की तैयारी
इसके अलावा आपको बता दें कि रिपब्लिकन हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा, ''जब जनवरी में ट्रम्प सत्ता में लौटेंगे, तो वाशिंगटन और व्हाइट हाउस में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.''