'सबसे बुरे देशों में से एक', ट्रंप ने कनाडा को क्यों कहा 51वां राज्य? व्यापार संबंधों में नई घेराबंदी
US Canada Trade Relations: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है, जिसमें उन्होंने इसे "सबसे खराब देशों में से एक" बताया है. उनके इस बयान से दोनों देशों के बीच पहले से जारी व्यापारिक तनाव और बढ़ गया है, जो अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ और कनाडा की जवाबी कार्रवाई के बाद शुरू हुआ था.

US Canada Trade Relations: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कनाडा को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया, जिसमें उन्होंने इसे "सबसे खराब देशों में से एक" बताया. इस बीच ट्रंप ने व्यापार समझौतों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की. ट्रंप के इस बयान से दोनों देशों के बीच पहले से जारी व्यापारिक तनाव और गहरा हो गया है. अमेरिका द्वारा कनाडा पर लगाए गए टैरिफ के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध शुरू हो गया था, जिसके जवाब में कनाडा ने भी जवाबी टैरिफ लागू किए. इसके चलते कनाडा में अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार की लहर भी देखने को मिली.
ट्रंप का यह बयान फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में आया, जहां उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे कनाडा को लेकर अन्य देशों की तुलना में अधिक सख्त रुख क्यों अपनाए हुए हैं. उन्होंने कनाडा पर आर्थिक निर्भरता से इनकार करते हुए यह भी दावा किया कि अमेरिका उसे भारी सब्सिडी देता है.
कनाडा के प्रति ट्रंप का कड़ा रुख
फॉक्स न्यूज से बातचीत के दौरान, जब ट्रंप से पूछा गया कि वे अन्य बड़े व्यापारिक प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में कनाडा पर अधिक आक्रामक क्यों हैं, तो उन्होंने कहा, "मैं हर देश के साथ सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से डील करता हूं. सबसे खराब देशों में से एक कनाडा है." अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगे दावा किया कि अमेरिका कनाडा को हर साल 200 अरब डॉलर की सब्सिडी देता है, हालांकि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में अमेरिका का कनाडा के साथ व्यापार घाटा 63.3 अरब डॉलर था.
कनाडा को बताया '51वां राज्य'
ट्रंप पहले भी कनाडा को अमेरिका का "51वां राज्य" कह चुके हैं. उन्होंने कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को "गवर्नर ट्रूडो" तक कह डाला. यह बयान कनाडा की संप्रभुता को लेकर ट्रंप के दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसे कई लोग अपमानजनक मान रहे हैं. ट्रंप ने कनाडा के आयात पर अमेरिका की निर्भरता को नकारते हुए कहा, "हमें उनकी लकड़ी की जरूरत नहीं है, हमें उनकी ऊर्जा की जरूरत नहीं है, हमें किसी चीज की जरूरत नहीं है. हमें निश्चित रूप से उनकी गाड़ियां नहीं चाहिए."
कनाडा की राजनीति में हलचल तेज
ट्रंप के इन बयानों के बाद कनाडा की राजनीति में भी हलचल तेज हो गई है. बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर और कनाडा के नए नेता मार्क कार्नी ने ट्रंप की टिप्पणियों का कड़ा विरोध किया है. उन्होंने कहा कि कनाडा अमेरिका के साथ अपने संबंधों पर बातचीत तभी करेगा, जब ट्रंप कनाडा की संप्रभुता पर अपमानजनक बयान देना बंद करेंगे.
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उनकी नीतियां कनाडा के राजनीतिक परिदृश्य को बदल सकती हैं, तो उन्होंने कहा कि वे सत्तारूढ़ लिबरल्स की तुलना में विपक्षी कंजर्वेटिव्स से निपटना ज्यादा आसान समझते हैं. उन्होंने कहा, "मुझे परवाह नहीं है. मुझे लगता है कि लिबरल्स से निपटना आसान है, और शायद वे जीत भी जाएं, लेकिन यह मेरे लिए मायने नहीं रखता."