ट्रंप से 5 मिनट पीछे हुईं कमला, पर इन मुद्दों पर झाड़ दिया; पढ़ें तीखी बहस के हिस्से
US Presidential Election: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए कैंपेन तेजी पकड़ रहा है. इस दौरान रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता कमला हैरिस के बीच पहली डिबेट का आयोजन हुआ. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर जमकर तीखे हमले किए. पहली बहस में ट्रंप हैरिस से थोड़ा आगे रहे. हालांकि, कम समय में ही कमला हैरिस ने उन्हें जमकर झाड़ दिया.
US Presidential Election: अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं. इससे पहले चुनाव प्रक्रिया और कैंपने ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है. कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली बहस हुई जिसे लेकर अब पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है. इस बहस में हैरिस ने 37 तो ट्रंप ने 42 मिनट तक माइक संभाला. हालांकि, इस दौरान कई मुद्दों पर बात करते हुए कम शब्दों में कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप पर जमकर हमला किया. इसके बाद से उनके समर्थन में कई लोग आने लगे हैं. दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस और निजी हमले हुए.
डिबेट के दौरान ट्रंप ने कहा कि यदि कमला हैरिस राष्ट्रपति बनीं, तो इजरायल के अस्तित्व पर खतरा मंडरा सकता है. उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को खत्म करने की बात भी कही. इस पर कमला हैरिस ने जवाब दिया कि "व्लादिमीर पुतिन आपको खा जाएंगे." हालांकि, इस गरमागरम माहौल के बीच एक दिलचस्प घटना भी देखने को मिली. आठ सालों बाद पहली बार दोनों नेता आमने-सामने आए और एक-दूसरे से हाथ मिलाया.
गाजा युद्ध और टू-स्टेट समाधान पर चर्चा
डिबेट के दौरान गाजा युद्ध का मुद्दा भी उठा. कमला हैरिस ने कहा कि वह "टू-स्टेट समाधान" की समर्थक हैं. इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति होते, तो यह समस्या इतनी बढ़ती ही नहीं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कमला हैरिस इजरायल और वहां के अरबों से नफरत करती हैं. हैरिस ने इस दावे को खारिज किया और कहा कि वह इजरायल के साथ हैं. अगर ट्रंप राष्ट्रपति होते, तो अब तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कीव पर कब्जा कर चुके होते.
व्लादिमीर पुतिन पर कमला का तंज
कमला हैरिस ने ट्रंप पर आरोप लगाते हुए कहा कि व्लादिमीर पुतिन के दबाव में ट्रंप हथियार डाल देते. उन्होंने कहा, "अगर ट्रंप होते, तो पुतिन कीव में बैठे होते और बाकी यूरोप पर नजरें गड़ाए होते. इसकी शुरुआत पोलैंड से होती. एक तानाशाह से दोस्ती का परिणाम खतरनाक हो सकता है."
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप का रुख
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह रूस-यूक्रेन युद्ध में यूक्रेन की जीत का समर्थन करते हैं, तो उन्होंने सीधे जवाब देने से बचते हुए कहा कि उनका उद्देश्य युद्ध को रोकना है. ट्रंप का मानना है कि युद्ध का रुकना ही अमेरिका के हित में होगा.
बाइडेन सरकार पर ट्रंप का हमला
डिबेट के दौरान ट्रंप ने बाइडेन सरकार की असफलताओं का जिक्र करना शुरू किया, जिस पर कमला हैरिस ने कहा, "आप बाइडेन के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रहे हैं." इसके साथ ही ट्रंप द्वारा कमला की नस्लीय पहचान पर की गई टिप्पणियों का भी जिक्र हुआ. ट्रंप ने सफाई देते हुए कहा, "मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह क्या हैं, मैंने कहीं पढ़ा था कि वह ब्लैक नहीं हैं." कमला हैरिस ने इसे एक 'आपदा' बताते हुए कहा कि ट्रंप उनकी नस्लीय पहचान का दुरुपयोग कर रहे हैं.