India-US Dialogue: अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन का भारत दौरा, आज होगी 'टू प्लस टू' वार्ता, कई विषयों पर की जाएगी चर्चा
India-US Dialogue: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 5वीं भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता की सह-अध्यक्षता करने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं.
India-US Dialogue: भारत अमेरिका संवाद भारत और अमेरिका के बीच पांचवें 2+2 संवाद का एजेंडा काफी व्यापक है, लेकिन दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और गहरा कैसे किया जाए, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. वार्ता का नेतृत्व भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन करेंगे.
'टू प्लस टू' वार्ता का एजेंडा
भारत और अमेरिका के बीच होने वाली पांचवीं 'टू प्लस टू' वार्ता का एजेंडा काफी व्यापक है, लेकिन दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को और गहरा कैसे किया जाए, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. इस वार्ता से ठीक 48 घंटे पहले भारत और अमेरिका के बीच रक्षा क्षेत्र को लेकर बनी विशेष समिति इंडिया-यूएस डिफेंस एक्सेलेरेशन सिस्टम (इंडोयूएस-एक्स) की बैठक इसी बात का संकेत दे रही है. दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों के नेतृत्व में इंडोयूएस-एक्स बैठक रक्षा क्षेत्र की कंपनियों, स्टार्टअप आदि के बीच रक्षा सहयोग की दिशा तय करने के लिए चर्चा का पहला अवसर थी.
#WATCH अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे।
वे 5वें भारत-अमेरिका 2+2 मंत्रिस्तरीय संवाद में हिस्सा लेंगे। pic.twitter.com/uQEaHJvAdO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 9, 2023
कई विषयों पर चर्चा होगी
रक्षा क्षेत्र के अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति, पश्चिम एशिया की स्थिति, यूक्रेन-रूस विवाद, संयुक्त राष्ट्र जैसी बहुराष्ट्रीय एजेंसियों में बदलाव, स्वच्छ पर्यावरण और ऊर्जा, स्वास्थ्य जैसे विषयों पर भी चर्चा होगी. टू प्लस टू वार्ता का नेतृत्व भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन करेंगे.
जयशंकर और ब्लिंकन की अलग से द्विपक्षीय बैठक
भारत अमेरिका के अलावा कुछ अन्य देशों से भी इसी तर्ज पर बातचीत करता है, लेकिन अमेरिका के साथ बैठक के लिए जिस तरह की तैयारी है वह कई मायनों में खास है. आखिरी बैठक अप्रैल 2022 में हुई थी और इसमें जो भी फैसले लिए गए, दोनों देश लगातार आपसी बैठकों में उनकी समीक्षा कर रहे हैं. इस वार्ता से पहले जयशंकर और ब्लिंकन तथा सिंह और ऑस्टिन के बीच अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी. इस तरह कुल तीन बैठकें होंगी.