Video: अमेरिका में टफ्ट्स यूनिवर्सिटी की छात्रा को नकाबपोश एजेंटों ने किया गिरफ्तार, जानें वजह
Turkish student detained in US: अमेरिका में टफ्ट्स यूनिवर्सिटी की एक तुर्किए छात्रा को नकाबपोश एजेंटों द्वारा हिरासत में लिए जाने का मामला सामने आया है. छात्रा को हथकड़ी लगाकर ले जाया गया. उसका वीजा भी रद्द कर दिया गया है. इस घटना ने अमेरिका में राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है, जहां डेमोक्रेट नेताओं ने इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है. घटना का वीडियो सोशल मीडियो पर तेजी से वायरल हो रहा है.

Turkish student detained in US: अमेरिका के टफ्ट्स यूनिवर्सिटी में पढ़ रही तुर्किए की एक छात्रा को संदिग्ध परिस्थितियों में हिरासत में ले लिया गया है. बताया जा रहा है कि कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रा को उसके अपार्टमेंट के पास से हथकड़ी लगाकर गिरफ्तार किया. इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है, और डेमोक्रेटिक नेताओं ने इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन करार दिया है. टफ्ट्स यूनिवर्सिटी ने पुष्टि की है कि गिरफ्तार की गई छात्रा अंतरराष्ट्रीय स्नातक छात्रा है और उसका वीजा अब रद्द कर दिया गया है. हालांकि, इस गिरफ्तारी के पीछे का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, जिससे इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
गिरफ्तार छात्रा की पहचान 30 वर्षीय रुमेया ओतुर्क के रूप में हुई है, जो टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज की छात्रा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ओतुर्क मंगलवार को अपने दोस्तों से मिलने के लिए सोमरविले स्थित अपने अपार्टमेंट से निकली थी, तभी कुछ नकाबपोश लोगों ने उसे रोक लिया. वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि छह लोग उसे घेरकर ले जाते हैं और उनकी कार की नंबर प्लेट तक नहीं थी.
NEW: I’ve obtained new footage of the abduction of Tufts student Runeysa Ozturk which includes audio of her kidnappers. pic.twitter.com/gucwFxdnOi
— Daniel Boguslaw (@DRBoguslaw) March 26, 2025
खूब चिल्लाई पर मदद के लिए नहीं आया कोई
गिरफ्तारी के दौरान ओतुर्क ने मदद के लिए चिल्लाया, लेकिन जब आसपास के लोगों ने दखल देने की कोशिश की, तो नकाबपोश लोगों ने खुद को पुलिस बताया. हालांकि, उन्होंने अपना चेहरा छिपाने की वजह नहीं बताई. ओतुर्क की वकील के मुताबिक, "वह अपने दोस्तों के साथ इफ्तार मनाने जा रही थी. हमें नहीं बताया गया कि उसे कहां रखा गया है और अब तक उसके खिलाफ कोई आरोप तय नहीं किए गए हैं."
राजनीतिक घमासान शुरू
इस घटना को लेकर अमेरिका में राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है. डेमोक्रेट सांसद एना प्रेसली ने इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की और इसे संवैधानिक अधिकारों और बोलने की आज़ादी का उल्लंघन बताया. उन्होंने छात्रा की तुरंत रिहाई की मांग की है. टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष सुनील कुमार ने एक बयान जारी कर बताया कि यूनिवर्सिटी की एक अंतरराष्ट्रीय छात्रा को हिरासत में लिया गया है और उसका वीजा रद्द कर दिया गया है. हालांकि, उन्होंने इस मामले में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया.