डिक्सविले नॉच में आधी रात को हुआ मतदान: हैरिस और ट्रंप में बराबरी, चुनावी दिन की धमाकेदार शुरुआत!
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए मतदान की शुरुआत डिक्सविले नॉच नामक छोटे से कस्बे से हुई, जहां आधी रात को मतदाता जुटे. इस बार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों ने 3-3 वोटों से बराबरी की. यह परंपरा हमेशा चुनावी दिन की शुरुआत को खास बनाती है. क्या इस छोटे से कस्बे के मतदान का असर बड़े चुनाव पर पड़ेगा? जानिए पूरी कहानी!
US Presidential Election 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए मतदान की प्रक्रिया अब शुरू हो गई है और इस बार चुनावी दिन की शुरुआत न्यू हैम्पशायर के एक छोटे से कस्बे डिक्सविले नॉच से हुई. यहां परंपरा के अनुसार, आधी रात के ठीक बाद मतदान होता है और यह हमेशा एक आकर्षण का केंद्र रहता है. इस बार मतदान में हैरिस और ट्रंप के बीच टाई हुआ, दोनों ने 3-3 वोट प्राप्त किए, जिससे यह चुनावी दिन और भी दिलचस्प बन गया.
डिक्सविले नॉच: एक ऐतिहासिक परंपरा का हिस्सा
डिक्सविले नॉच, जो अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित है, हमेशा से राष्ट्रपति चुनावों की शुरुआत करने वाला पहला स्थान माना जाता है. यहां की परंपरा के मुताबिक, आधी रात को मतदान शुरू होता है और जब मतदान समाप्त होता है तो परिणाम तुरंत घोषित कर दिए जाते हैं. इस परंपरा की शुरुआत 1960 में हुई थी और तब से हर चुनाव में यह कस्बा सबसे पहले अपनी पसंद सार्वजनिक करता है.
इस बार भी, जैसा कि परंपरा है, चार रिपब्लिकन और दो स्वतंत्र मतदाताओं ने वोट डाले. डिक्सविले नॉच के प्रमुख डेवलपर, लेस ओटेन ने इस प्रक्रिया को 'देश के लिए एक नागरिक सबक' बताया और कहा कि यह वोटिंग अमेरिकन नागरिक के रूप में हमारे अधिकार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. ओटेन ने चुनावी प्रक्रिया की अहमियत को समझाते हुए कहा, 'हमारे लिए यह मतदान का अधिकार है और जब तक हम यहां हैं, हमें इसका सही इस्तेमाल करना चाहिए.'
पिछले चुनावों में किसे मिला था समर्थन?
पिछले दो राष्ट्रपति चुनावों में डिक्सविले नॉच के मतदाता डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों का समर्थन करते आए हैं. 2020 में, यहां के मतदाताओं ने सर्वसम्मति से जो बाइडेन को वोट दिया था. वहीं, 2016 में हिलेरी क्लिंटन को भी यहां की रैली में चार वोट मिले थे, जबकि ट्रंप को दो वोट मिले थे. हालांकि, डिक्सविले नॉच का नतीजा हमेशा पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व नहीं करता लेकिन चुनावी रोमांच का यह एक अहम हिस्सा बन चुका है.
2024 में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच मुकाबला
इस बार, डिक्सविले नॉच में वोटिंग के दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच बराबरी देखने को मिली. हालांकि, लेस ओटेन जैसे कुछ मतदाता इस बार हैरिस के पक्ष में थे. ओटेन ने सीएनएन से बातचीत करते हुए कहा कि वे ट्रंप की नीतियों से असहमत हैं और यही कारण है कि वे हैरिस को वोट देंगे. उनका मानना है कि ट्रंप ने अमेरिकी लोकतंत्र को खतरे में डाला है, क्योंकि उनका कहना था कि समर्थकों से निष्ठा की शपथ लेने का दबाव बनाना लोकतंत्र विरोधी है.
डिक्सविले नॉच का राजनीति में अहमियत
डिक्सविले नॉच का मतदान भले ही देश के बाकी हिस्सों से बहुत छोटा हो, लेकिन यह अमेरिकी राजनीति के लिए एक प्रतीक बन चुका है. यहां के परिणाम, भले ही कभी निर्णायक नहीं होते, लेकिन चुनावी दिन की शुरुआत का स्वाद देने के लिए काफी अहम होते हैं. जैसे-जैसे चुनावी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, डिक्सविले नॉच के मतदान से मिले इस शुरुआती संकेत का असर पूरे देश की चुनावी जंग पर देखा जाएगा. नतीजा चाहे जो भी हो, डिक्सविले नॉच की यह परंपरा अमेरिकी राजनीति के लिए हमेशा खास रहेगी.