हमने हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह को मारा, 5 महीने बाद इजरायल ने ली जिम्मेदारी, जानें क्या बोले इजरायली रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री काट्ज ने पिछले इजराइली हमलों में मारे गए हमास और हिजबुल्लाह नेताओं का जिक्र करते हुए कहा कि जैसा हमने तेहरान, गाजा और लेबनान में हानिएह, सिनवार और नसरल्लाह के साथ किया था, वैसे ही हम होदेदा और सना में भी करेंगे.
इजराइल के रक्षा मंत्री काट्ज ने पहली बार हमास नेता इस्माइल हानियेह की हत्या की जिम्मेदारी ली है. रक्षा मंत्री ने पुष्टि की है कि इजराइल ने पिछली गर्मियों में हमास के शीर्ष नेता हानियेह की हत्या कर दी थी. वह यमन में हूती विद्रोही समूह के नेतृत्व के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई करने की धमकी दे रहा है.
इजरायली रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज के हवाले से कहा कि हम हूथियों पर कड़ा प्रहार करेंगे. उनके नेतृत्व को नष्ट कर देंगे - जैसा हमने तेहरान, गाजा और लेबनान में हानियेह, याह्या सिनवार और हसन नसरल्लाह के साथ किया था, हम होदेदा और सना में भी ऐसा करेंगे.उन्होंने यह भी कहा कि सीरिया के बशर असद को उखाड़ फेंकने में मदद की है और ईरान की एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम को नष्ट कर दिया है. इजरायली रक्षा मंत्री काट्ज़ ने अपने बयान में आगे कहा, "जो कोई भी इजरायल के खिलाफ हाथ उठाएगा, उसका हाथ काट दिया जाएगा.'
हूतियों के बुनियादी ढांचे पर हमला
उन्होंने कहा कि हम हूतियों के रणनीतिक बुनियादी ढांचे पर हमला करेंगे और नेतृत्व का सिर काट देंगे. उन्होंने पिछले इजराइली हमलों में मारे गए हमास और हिजबुल्लाह नेताओं का जिक्र करते हुए कहा कि जैसा हमने तेहरान, गाजा और लेबनान में हानिएह, सिनवार और नसरल्लाह के साथ किया था, वैसे ही हम होदेदा और सना में भी करेंगे.
इजराइल पर कई मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च
ईरान समर्थित हूतियों ने पूरे युद्ध के दौरान इजराइल पर कई मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए हैं, जिसमें एक मिसाइल भी शामिल है जो शनिवार को तेल अवीव में गिरी और कम से कम 16 लोगों को घायल कर दिया. इजराइल ने युद्ध के दौरान यमन में तीन हवाई हमले किए हैं और मिसाइल हमले बंद होने तक विद्रोही समूह पर दबाव बढ़ाने की कसम खाई है.
हत्या के 5 महीने बाद ली जिम्मेदारी
इस साल 31 जुलाई को हनियेह की हत्या के लगभग 5 महीने बाद इजरायल ने हानियेह की मौत की जिम्मेदारी ली है. इससे पहले प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार ने कभी भी पूर्व हमास प्रमुख की हत्या की बात स्वीकार नहीं की थी. लेकिन हमास और ईरान इजरायल को लगातार दोषी ठहरा रहा था.
इस्माइल हानियेह की हत्या कैसे हुई?
31 जुलाई को तेहरान के एक गेस्टहाउस में विस्फोट में हानियेह की मौत हो गई थी. कथित तौर पर इजरायली गुर्गों ने ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के उद्घाटन में शामिल होने के लिए हनियेह के आगमन से कुछ हफ्ते पहले विस्फोटक रखा था. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने दावा किया था कि हानियेह को उसके आवास के बाहर से लॉन्च किए गए "छोटी दूरी के प्रोजेक्टाइल" का इस्तेमाल करके मार दिया गया था. तेहरान ने अमेरिका पर इजरायल के ऑपरेशन का समर्थन करने का भी आरोप लगाया था. हानियेह की हत्या से क्षेत्र में ईरान और इजरायल के बीच चौतरफा युद्ध की आशंका बढ़ गई थी, जिससे तेहरान और उसके सहयोगियों, हमास और हिजबुल्लाह की धमकियों के बाद अमेरिका को अतिरिक्त लड़ाकू जेट और नौसेना के युद्धपोत तैनात करने पड़े थे.