'हम जीना चाहते हैं...' हमास के खिलाफ गाजा में पहली बार बगावत, सफेद झंडा लहराकर दी चेतावनी
गाजा में पहली बार हजारों फिलिस्तीनी नागरिकों ने हमास के खिलाफ खुलकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सफेद झंडे लहराते हुए नारे लगाए कि उन्हें न युद्ध चाहिए और न ही हमास का आतंक. इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध से गाजा पूरी तरह बर्बाद हो चुका है, जिससे तंग आकर अब जनता खुद हमास को गाजा छोड़ने का अल्टीमेटम दे रही है.

गाजा में पहली बार हजारों की संख्या में फिलिस्तीनी नागरिकों ने हमास के खिलाफ खुलकर विरोध प्रदर्शन किया है. प्रदर्शनकारी सड़कों पर सफेद झंडे लहराते हुए निकले और उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उन्हें न युद्ध चाहिए और न ही हमास का आतंक. इस विरोध प्रदर्शन के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं.
इजरायल और हमास के बीच महीनों से जारी युद्ध के चलते गाजा पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों की जिंदगी तबाह हो चुकी है. इस युद्ध से तंग आ चुके गाजा के नागरिक अब खुलकर हमास के खिलाफ खड़े हो गए हैं और संगठन को अल्टीमेटम दे रहे हैं कि वह गाजा छोड़ दे.
गाजा छोड़ने का अल्टीमेटम
गाजा की सड़कों पर हजारों की संख्या में उतरी जनता ने ‘बाहर निकलो, बाहर निकलो, हमास बाहर निकलो’ और ‘हम जीना चाहते हैं’ जैसे नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें शांति चाहिए और हमास को अब गाजा छोड़ देना चाहिए. इससे पहले, हमास के खिलाफ इस तरह का कोई भी सार्वजनिक विरोध नहीं देखा गया था. लेकिन अब स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है और लोग खुलकर कह रहे हैं कि वे अब ‘मुर्दा नहीं बनना चाहते’.
युद्ध ने छीन ली हजारों की जिंदगियां
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था, जिसमें 1,200 से ज्यादा इजरायली नागरिक मारे गए थे और कई को अगवा कर लिया गया था. इसके बाद से ही इजरायल ने हमास के खिलाफ बड़ा सैन्य अभियान छेड़ रखा है. अब तक इस जंग में 50,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और गाजा पूरी तरह से तबाह हो गया है.
हमास का पूरी तरह से होगा खात्मा
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहले भी कई बार कहा है कि इस युद्ध का मकसद हमास को पूरी तरह खत्म करना है. उनका कहना है कि इजरायल हमास को प्रशासनिक रूप से भी नष्ट करेगा ताकि भविष्य में इस तरह के हमले न हों. हालांकि, हाल ही में नेतन्याहू ने बयान दिया कि इस अभियान का एक प्रमुख उद्देश्य बचे हुए बंधकों को छुड़वाना भी है. दूसरी ओर, हमास ने आरोप लगाया है कि इजरायल ने जनवरी 2024 में हुए संघर्षविराम समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया है.
शांति वार्ता के लिए तैयार
हमास ने कहा है कि वे बातचीत के लिए तैयार हैं और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ द्वारा तैयार किए गए "समझौता प्रस्तावों" पर विचार कर रहे हैं. हालांकि, यह देखना बाकी है कि शांति वार्ता आगे बढ़ती है या नहीं.
क्या यह हमास के अंत की शुरुआत है?
गाजा में जिस तरह से आम जनता खुलकर हमास के खिलाफ खड़ी हो गई है, उसे देखते हुए कई विशेषज्ञ मान रहे हैं कि यह संगठन के अंत की शुरुआत हो सकती है. अब तक हमास ने गाजा में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी थी, लेकिन अब वहां की जनता खुद उसे बाहर करने की मांग कर रही है.