बांग्लादेश में हिंदू पुजारी की गिरफ्तारी पर क्या बोल गई पूर्व पीएम शेख हसीना?
Sheikh Hasina on Bangladesh violence: बांग्लादेश में हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण की गिरफ्तारी के बाद से ही तनाव का माहौल हैं. देश में कट्टरपंथी इस्कॉन के खिलाफ प्रतिबंध की मांग को लेकर हाई कोर्ट में याचिका डाली गई थी. लेकिन कोर्ट ने इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया. अब इस मामले पर पूर्व पीएम शेख हसीना का बयान सामने आया है.
Sheikh Hasina on Bangladesh violence: बांग्लादेश में इस्कॉन के हिंदू पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और उनकी तुरंत रिहाई की मांग की है. शेख हसीना ने आरोप लगाया कि चिन्मय कृष्ण दास को "अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार" किया गया और उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से धार्मिक और जातीय अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है.
शेख हसीना ने क्या कहा?
अवामी लीग ने शेख हसीना के बयान को एक्स पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि सनातन धर्म समुदाय के एक प्रमुख नेता को अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए. चिटगांव में मंदिरों को जलाया गया है. इसके अलावा, अहमदीया समुदाय के मस्जिदों, धार्मिक स्थलों, चर्चों, मठों और घरों पर हमले हुए, तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी की घटनाएं भी हुई हैं. सभी समुदायों के लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता और जीवन एवं संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए.
शेख हसीना ने आगे कहा कि अवामी लीग के असंख्य नेताओं, कार्यकर्ताओं, छात्रों, आम नागरिकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सदस्य मारे गए हैं. हमलों, गिरफ्तारियों और मामलों के जरिए उत्पीड़न जारी है. इन अराजक गतिविधियों की कड़ी निंदा करती हूं और इसका विरोध करती हूं.
भारत में रह रही हैं शेख हसीना
5 अगस्त को शेख हसीना को बांग्लादेश में हुए हिंसक आंदोलन के बाद पद छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया था. इसके बाद शेख हसीना भारत भाग आई और 5 अगस्त को गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर उतरीं. तब से वह दिल्ली के एक अज्ञात स्थान पर रह रही हैं. शेख हसीना के बांग्लादेश से हटने के बाद से ही हिंदू और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़ गए हैं, जो अभी भी जारी हैं.