पुतिन किस बीमारी से हैं परेशान? क्या सच में हो सकती है मौत? जानें कितना खतरनाक है पार्किंसंस

कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि पुतिन पार्किंसंस बीमारी से ग्रस्त हैं, हालांकि इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इस पर कई विशेषज्ञों और डॉक्टरों का कहना है कि पार्किंसंस बीमारी एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जिसमें शरीर का नियंत्रण धीरे-धीरे कम हो जाता है. 

Vladmir Putin disease: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर इन दिनों कई अटकलें लगाई जा रही हैं. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, पुतिन को पार्किंसंस बीमारी का खतरा हो सकता है. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भी पुतिन की स्वास्थ्य स्थिति को लेकर बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि पुतिन अपनी खराब सेहत से जूझ रहे हैं और जल्द ही उनका निधन हो सकता है. जेलेंस्की का यह बयान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के बाद आया था, जिसमें उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पुतिन की स्थिति गंभीर है.

जानकारों के मुताबिक, पार्किंसंस बीमारी में दिमाग में डोपामिन नामक केमिकल की कमी हो जाती है, जिससे शरीर में कंपन, शारीरिक गतिविधियों में परेशानी और धीरे-धीरे मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होती है.

पुतिन की उम्र 72 साल, ऐसे में पार्किसंस का खतरा

पार्किंसंस बीमारी के कारणों की पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि यह उम्र बढ़ने, विशेषकर 60 साल के बाद और जेनेटिक कारणों से हो सकती है. इसके अलावा रसायन और विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आने से भी इस बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. पुतिन की उम्र 72 साल है, जो इस बीमारी के होने की संभावना को बढ़ाता है. 

दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग के डायरेक्टर डॉ. दलजीत सिंह के अनुसार पार्किंसंस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर की गतिविधियां धीमी हो जाती हैं और मांसपेशियों में कंपन रहने लगता है. इस बीमारी के इलाज के लिए मुख्यत: दवाइयां और कभी-कभी सर्जरी की जाती है. डोपामिन बढ़ाने वाली दवाइयां मरीज को राहत प्रदान करती हैं, जबकि कुछ मामलों में डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (DBS) सर्जरी भी की जाती है.

पार्किंसंस बीमारी का पुतिन में दिखा लक्षण

पार्किंसंस के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं. शुरुआत में हल्की कंपकंपी, चलने में कठिनाई और शरीर में जकड़न हो सकती है. समय के साथ, यह लक्षण और भी गंभीर हो सकते हैं. जैसे कि बोलने में दिक्कत, संतुलन का बिगड़ना और गिरने का खतरा बढ़ना. हाल ही में पुतिन की कुछ तस्वीरों और वीडियो में उनके चेहरे का सूजना और हाथों में कंपकंपी देखने को मिली, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें यह बीमारी हो सकती है. हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

पार्किंसंस बीमारी का कोई पक्का इलाज नहीं है, लेकिन सही इलाज और देखभाल से इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है. समय रहते इलाज से मरीज की स्थिति बेहतर हो सकती है और वह अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों को सामान्य रूप से कर सकता है.

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28 March 2025, 05:25 PM IST

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