क्या है क्वाड जहां चीन को हजम नहीं हो रहा भारत का रुतबा, जानें पूरी डिटेल्स

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे, जहां वह डेलावेयर में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. क्वाड, जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं, इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है. चीन इस गठबंधन से असहज है क्योंकि यह उसके लिए चुनौती बन सकता है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे, जहां वह डेलावेयर में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. क्वाड, जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं, इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है. चीन इस गठबंधन से असहज है क्योंकि यह उसके लिए चुनौती बन सकता है.

क्वाड का गठन 2004 में सुनामी के बाद समुद्री सुरक्षा की जरूरत को देखते हुए हुआ था. चार देशों ने मिलकर इसे स्थापित किया, लेकिन चीन ने इसकी आलोचना की. 2017 में, इन देशों ने इसे दोबारा सक्रिय किया और विभिन्न बैठकों के जरिए अपने लक्ष्यों को आगे बढ़ाया.

क्वाड का उद्देश्य

क्वाड का मुख्य लक्ष्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखना है. यह कोई औपचारिक सैन्य गठबंधन नहीं है, लेकिन यह मिलकर समुद्री अभ्यास करता है, जिससे चारों देशों की नौसेनाओं के बीच तालमेल बढ़ता है.

भारत का बढ़ता रुतबा

क्वाड के कारण भारत की समुद्री ताकत में बढ़ोतरी हुई है. भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ मिलकर समुद्री सुरक्षा के लिए काम कर रहा है, जो चीन के लिए परेशानी का कारण बन रहा है. इन देशों के साथ संयुक्त अभ्यास भारत की नौसेना को मजबूत बना रहा है.

 चीन पर प्रभाव

क्वाड भारत को चीन पर निर्भरता कम करने में मदद कर रहा है. यह व्यापार मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है और भारतीय उद्योगों में विदेशी निवेश को बढ़ावा दे रहा है. इससे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है और रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं.

चीन की चुनौतियां

चीन ने हाल के वर्षों में दक्षिण-पूर्व एशिया में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं. लेकिन क्वाड भारत को वैकल्पिक विकास परियोजनाओं में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. यह भारत को नई तकनीकों और कच्चे माल तक पहुंच सुनिश्चित कराता है, जिससे चीन की मुश्किलें बढ़ रही हैं. कुल मिलाकर, क्वाड एक महत्वपूर्ण मंच है जो न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए सुरक्षा और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है. First Updated : Saturday, 21 September 2024