क्या होती है सुनामी, क्यों जापान पर मंडरा रहा है इसका खतरा?
सोमवार को जापान के इशिकावा में लगातार भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये. इसके साथ सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.6 मापी गयी
Japan Tsunami: जापान के मध्य प्रान्त इशिकावा में सोमवार को भूकंप के झटके लगातार महसूस किए गए. भूकंप के झटके की जब तीव्रता मापी गई वो 7.6 निकली. इसके साथ ही सुनामी की चेतावनी भी दी गई है. जापान मौसम विज्ञान के अनुसार भूकंप 4:10 बजे आया जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.6 मापी गई. वहीं जापान के अलावा एशियाई देश के कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए.
जापान मौसम विज्ञान ने नोटो क्षेत्रों के लिए सुनामी की चेतावनी दी गई है. जिसमें जापान सागर के किनारे निगाटा, टोयामा, इशिकावा प्रान्तों के लिए सुनामी की चेतावनी के बाद लोगों से तुरंत खाली करने के लिए कहा गया है. लेकिन क्या आप को पता है की सुनामी क्या होती है और कैसे आती है.
सुनामी कैसे आती है?
समुद्र तल पर जब कभी भूकंप आता है, ज्वालामुखी फटता या फिर भूस्खलन होता है तो उससे समुद्र में तेज हलचल होती है. इस हलचल की वजह से पानी का कॉलम खिसकने लगता है और इसके वाइब्रेशन से लहरे पैदा होने लगती हैं. कई बार देखा गया है कि ये लहरें 500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पैदा होती हैं और तटों से टकराती हैं. वहीं भूकंप ज्यादा तेज हो तो ये लहरे और विक्राल हो जाती हैं और किनारे पर आने वाली हर चीज को अपनी चपेट में ले लेती हैं.
जेट विमान से भी तेज रफ्तार
आप यह जानकर हैरान रह जाएंगि कि सुनामी की रफ्तार एक जेट विमान से भी तेज होती है। सुनामी की गति समुद्र की गहराई पर निर्भर करती है और यह 500 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। समुद्र में नाविकों को आम तौर पर सुनामी का पता नहीं चलेगा क्योंकि यह उनके नीचे से गुजरती है। जब लहरें तट की ओर बढ़ती हैं, तो उसकी गति कम होती हैं, लेकिन ऊंचाई बहुत ज्यादा होती हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि सुनामी की रफ्तार जेट विमान से भी तेज होती है. वहीं सुनामी की रफ्तार की बात की जाए तो समुद्र की गहराई पर ये निर्भर करता है. ये 500 मील घंटे की रफ्तार से चल सकती है. वही इसकी ऊंचाई काफी ज्यादा होती है.