कब खत्म होगी इजरायल और हमास की महाजंग, किस डील पर चल रही बात? जानें
इजरायल और हमास के बीच जारी महाजंग का संकट बढ़ता जा रहा है. पिछले कई महीनों से दोनों पक्षों के बीच संघर्ष जारी है, जिसमें सैकड़ों जानें जा चुकी हैं. वर्तमान में, एक समझौते की संभावना पर चर्चा हो रही है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या यह युद्ध जल्द खत्म होगा? इस स्थिति में कुछ प्रमुख शांति डीलों पर बातचीत चल रही है, जो दोनों पक्षों को कुछ हद तक समाधान का रास्ता दिखा सकती हैं. जानें, क्या है इस संघर्ष का भविष्य?
गाजा में इजरायल और हमासे के बीच चल रहे युद्ध की समाप्ति को लेकर अभी पुख्ता तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता कि यह जंग कब और कैसे खत्म होगी. इजरायल के लिए अपने सभी नागरिकों को हमास के चंगुल से छुड़ाना अभी भी बड़ी चुनौती बना हुआ है.
गाजा में जारी लड़ाई के बीच अमेरिका ने इजरायल और हमास के बीच एक संभावित डील की तरफ इशारा किया है. अब कहा जा रहा है कि यह कतर में मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ मध्यस्थता में कथित अप्रत्यक्ष वार्ता के बाद आया है. अब ऐसे में ये एक बड़ा सवाल है कि क्या इजरायल और हमास के बीच चल रहा ये युद्ध अब थमने के कगार पर है.
कैसे जगी ये उम्मीद?
AFP की खबर के अनुसार एक राजनयिक सूत्र ने बताया है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिन बिन पहले ये कहा था कि 20 जनवरी को बतौर राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने से पहले वो चाहेंगे कि इजरायल और हमास के बीच एक समझौता किया जाए. सूत्रों के अनुसार हमास भी ये मान चुका है कि वह इस लड़ाई को लंबे समय तक जारी नहीं रख सकता है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि लेबनान में उसके सहयोगी हिजबुल्लाह की हालत पहले काफी कमजोर हुई है वहीं दूसरी तरफ सीरिया सरकार से मिलने वाली मदद भी अब पहले की तरह जारी नहीं है. ऐसे में उसके लिए इस लड़ाई को लंबे समय तक जारी रख पाना संभव नहीं है.
सूत्रों के अनुसार हमास चाहता है कि इस साल के अंत तक एक समझौते तक पहुंचा जाए. सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि इजरायल और हमास के बीच क्रिसमस तक कोई समझौता होना संभव है. सूत्रों ने बताया कि हमास प्रमुख याह्या सिनवार की हत्या के बाद से विदेशों में मौजूद हमास के नेता इस समझौते को लेकर बातचीत करने के लिए तैयार दिख रहे हैं. हमास के एक बड़े अधिकारी ने मंगलवार को एएफपी को बताया कि बातचीत "अंतिम" चरण में है और बातचीत समाप्त होने के बाद कतर और मिस्र समझौते की घोषणा करेंगे.
इस डील की क्या हो सकती हैं शर्तें?
बता दें कि पिछले साल 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजरायल पर हमला कर उसके 251 नागरिकों को बंधक बना लिया था. अब जब इस युद्ध को एक साल से ज्यादा का समय हो गया है तो अभी भी हमास के कब्जे में 96 बंधक अभी भी हैं.इजरायली सेना के अनुसार जो बंधक अभी भी हमास की गिरफ्त में उनमें से 34 की मौत हो चुकी है. हमास के अधिकारी ने एएफपी को बताया है कि इस समझौते की शर्तों में सीजफायर को लागू करना और इसके बदले धीरे-धीरे बंधको की रिहाई का प्रस्ताव रखा जा सकता है.