मंकीपॉक्स के खिलाफ डब्ल्यूएचओ ने दी टीके की हरी झंडी, संक्रमण को नियंत्रित करने में नया कदम
Monkeypox: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स के खिलाफ बवेरियन नॉर्डिक का नया टीका मंजूर कर लिया है. यह टीका 18 साल और उससे ऊपर के लोगों के लिए है और दो खुराकों में दिया जाता है. शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, यह टीका मंकीपॉक्स से बचाव में 76 से 82 प्रतिशत तक प्रभावी है. इस मंजूरी से मंकीपॉक्स के मामलों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, खासकर अफ्रीका और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में.
Monkeypox Vaccination: वैश्विक मंकीपॉक्स प्रकोप के बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंकीपॉक्स के खिलाफ पहला टीका मंजूर करने की घोषणा की है. यह टीका, जिसे बवेरियन नॉर्डिक द्वारा विकसित किया गया है अब 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए उपलब्ध होगा.
मंकीपॉक्स एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है जो चेचक से मिलता-जुलता है. यह बीमारी आमतौर पर जानवरों से इंसानों में फैलती है और इसके लक्षणों में बुखार, त्वचा पर दाने और शरीर में दर्द शामिल होते हैं. हाल के वर्षों में, मंकीपॉक्स के मामलों में वृद्धि हुई है जिससे यह एक वैश्विक स्वास्थ्य चिंता बन गई है.
टीके की विशेषताएं
इस नए टीके को एमवीए-बीएन (संशोधित वैक्सीनिया अंकारा-बवेरियन नॉर्डिक) कहा जाता है. इसे 2 खुराकों में दिया जाता है, जिसमें हर खुराक के बीच 4 सप्ताह का अंतराल होता है. प्रारंभिक डेटा के अनुसार, एक खुराक टीकाकरण की प्रभावशीलता लगभग 76 प्रतिशत है, जबकि दो खुराक लेने पर यह प्रभावशीलता 82 प्रतिशत तक पहुंच जाती है.
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने इसे 'मंकीपॉक्स के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम' बताया और टीकों की समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए खरीद, दान और वितरण को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है.
टीके की मंजूरी
डब्ल्यूएचओ ने इस टीके को पूर्व-योग्यता प्रदान की है, जिसका मतलब है कि यह टीका अब वैश्विक स्तर पर उपलब्ध हो सकता है. इसके साथ ही, डब्ल्यूएचओ ने टीके के 'ऑफ-लेबल' उपयोग की सिफारिश की है, जिसका मतलब है कि इसे शिशुओं, बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए भी उपयोग किया जा सकता है, यदि टीकाकरण के लाभ संभावित जोखिमों से अधिक हों.
मंकीपॉक्स की वर्तमान स्थिति
2022 से शुरू हुए वैश्विक मंकीपॉक्स प्रकोप के बाद से 120 से अधिक देशों में 103,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. 2024 में, अफ्रीकी क्षेत्र के 14 देशों में 25,237 संदिग्ध और पुष्ट मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 723 मौतें शामिल हैं. इस टीके की मंजूरी से संक्रमितों की संख्या को नियंत्रित करने और प्रकोप को रोकने में मदद मिलेगी, और यह वैश्विक स्वास्थ्य संकट से निपटने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.