कौन हैं वो 4 महिलाएं जिसे हमास करेगा रिहा? 471 दिन कैद में रहने के बाद आज होंगी आजाद
Hamas Israeli War: हमास ने शनिवार को युद्धविराम समझौते के तहत चार इजरायली महिलाओं को रिहा करने की घोषणा की है. ये महिलाएं 7 अक्टूबर 2023 को हमास के कब्जे में ली गई थी. इज्जेल्डीन अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने इन महिलाओं के नामों की जानकारी दी. आइए जानते हैं, कौन हैं ये चार महिलाएं जिन्हें आज रिहा किया जाएगा.

Hamas Israeli War: हमास ने शनिवार को 7 अक्टूबर 2023 से बंधक बनाई गई चार इजरायली महिलाओं को युद्धविराम समझौते के तहत रिहा करने की घोषणा की है. यह जानकारी इज्जेल्डीन अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने दी. करीना अरिएव, डेनिएला गिल्बोआ, नामा लेवी और लिरी अलबाग आज रिहा की जाने वाली महिलाओं में शामिल हैं. हमास ने यह कदम इजरायल द्वारा दर्जनों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले उठाया है.
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बंधक बनाए गए नागरिकों के परिवारों ने मुलाकात कर शेष बंधकों की जल्द रिहाई सुनिश्चित करने की मांग की है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी इस दिशा में दबाव बनाए रखने की अपील की गई है.
हमास ने चार इजरायली महिलाओं की रिहाई की घोषणा
हमास के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि करीना अरिएव, डेनिएला गिल्बोआ, नामा लेवी और लिरी अलबाग को रिहा किया जाएगा. इन महिलाओं को 7 अक्टूबर से बंधक बनाकर रखा गया था. यह रिहाई इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के तहत हो रही है, जिसमें इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.
बंधकों की रिहाई को लेकर परिजनों की अपील
हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों ने इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात कर सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने की मांग की. ऐलेट समेरानो, जिनका बेटा योनातन समेरानो अब भी बंधकों के कब्जे में है, ने कहा, “हम इस सप्ताह हुई रिहाई के लिए आभारी हैं, लेकिन अभी भी 94 बंधक कैद में हैं. हमें उन सभी को वापस लाने की जरूरत है.”
ट्रंप के नाम पर इजरायल में जगह का नामकरण
इजरायल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सम्मान में यहूदिया के एक क्षेत्र का नाम बदलकर ‘ट्रंप वन’ रखा है. माले अदुमीम के मेयर गुय यिफ्राच ने घोषणा की कि यह नाम ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के प्रति विश्वास को दर्शाता है. इसके पहले 2019 में गोलान हाइट्स पर इजरायल के अधिकार को मान्यता देने के बाद, एक कम्युनिटी का नाम भी ‘रमत ट्रंप’ रखा गया था.