कौन है फुआद शुक्र? जिसकी मौत के बाद नहीं रुक रहा है हिजबुल्लाह, हमलों से तोड़ दी इजरायल की कमर
Israel Hezbollah Conflict: आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के ने उत्तरी इजरायल के विभिन्न क्षेत्रों पर 320 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन हमले किए है. ये हमले हिजबुल्लाह ने अपने सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या का बदला लेने के उद्देश्य से किए हैं. आखिर कौन है फुआद शुक्र? जिसकी मौत के बदले की आग में हिजबुल्लाह पागल हो उठा है और इजरायल और हमला करने की रणनीति बना रहा है.
Israel Hezbollah Conflict: मिडिल ईस्ट में जारी जंग के बीच लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के ने उत्तरी इजरायल के विभिन्न क्षेत्रों पर 320 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन हमले किए है. ये हमले हिजबुल्लाह ने अपने सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या का बदला लेने के उद्देश्य से किए हैं. इस जवाबी कार्रवाई में, इजरायल ने भी दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर 40 मिसाइलों से हमले किए हैं.
इसके साथ ही इजरायल ने लेबनान में 100 से अधिक ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है और देश में 48 घंटे की इमरजेंसी घोषित कर दी है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कोई भी अगर इजरायल को नुकसान पहुंचाएगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि हिजबुल्लाह भविष्य में इजरायल पर हमले तेज कर सकता है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 30 जुलाई को फुआद शुकर को इजरायली हवाई हमले में निशाना बनाया गया था, जिसके बाद उसके गंभीर हालत की खबर मिली थी. बाद में शुक्र की मौत की पुष्टि इजरायली मीडिया ने की थी. शुक्र की हत्या के बाद हिजबुल्लाह ने आज यानी रविवार को प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल पर 300 से अधिक रॉकेट और ड्रोन से हमला किया है. जिसके बाद से मिडिल में जारी तनाव और बढ़ गया है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर फुआद शुक्र कौन था, जिसकी की मौत का बदला लेने के लिए हिजबुल्ला पागल हो उठा है.
कौन था फुआद शुक्र?
लेबनान का कमांडर फुआद शुकर को अल-हज्ज मोहसिन के नाम से भी फेमस था. वह हिजबुल्लाह के टॉप नेताओं में से एक था. वहीं 1982 में लेबनान पर इजरायली आक्रमण के दौरान हिजबुल्लाह की स्थापना में शुकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी. शुकर ने ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के साथ मिलकर हिजबुल्लाह को एक मजबूत संगठन बनाने का काम किया था. शुकर, इमाद मुगनिया के करीबी सहयोगी था जो हिजबुल्लाह के पूर्व सैन्य कमांडर रह चुका है जिसकी 2008 में दमिश्क में एक हमले में मौत हो गई थी. मुगनिया की मौत के बाद शुकर का संगठन में कद और बढ़ गया था.
फुआद शुक्र पर ये भी था आरोप
फुआद शुक्र की बात करें तो उसपर 1983 में बेरूत में अमेरिकी मरीन बैरकों पर बमबारी करने का आरोप था, जिसमें 241 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई थी. यह हमला मिडिल ईस्ट में अमेरिकी बलों पर सबसे भयानक हमलों में से एक था. वहीं अमेरिकी सरकार ने शुकर की जानकारी देने वाले को 5 मिलियन डॉलर तक के इनाम की घोषणा कर रखी थी.
शुकर हिजबुल्लाह की दक्षिणी लेबनान में सैन्य गतिविधियों का प्रमुख था और संगठन की सर्वोच्च सैन्य यूनिट जिहाद काउंसिल का सदस्य भी था. उनसे सीरियाई गृहयुद्ध के दौरान राष्ट्रपति बशर अल-असद को समर्थन देने में हिजबुल्लाह की सैन्य कार्रवाई में अहम भूमिका निभाई थी. इसके अलावा शुकर हिजबुल्लाह के नेता सैयद हसन नसरल्लाह का विशेष सलाहकार था.